नई दिल्ली। देश में बीते दो महीनों से लगातार भूकंप आ रहे हैं। ज्यादातर उत्तर भारत में भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं। जिसके लेकर देश में चिंता बढ़ गई है। वहीं पिछले दो महीने के रिकॉर्ड देखें तो आपको भी हैरानी होगी। इस साल के शुरुआत से 18 फरवरी 2022 तक देश और उसके आसपास इलाकों में 166 बार भूकंप आए हैं।
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जो एक बड़ा रिकॉर्ड है। वहीं हर बार भूपकंप का रिएक्टर पैमाना 2 से लेकर 6 तीव्रता तक रहा। इनमें से सिर्फ 7 ही ऐसे हैं जो 5 से लेकर 6 तीव्रता के बीच हैं। IIT Roorkee के अर्थ साइंसेज विभाग के साइंटिस्ट और अर्थक्वेक अर्ली वॉर्निंग सिस्टम फॉर उत्तराखंड प्रोजेक्ट के इंचार्ज प्रोफेसर कमल ने इन भूकंपों के बारे में मीडिया से चर्चा की। प्रो. कमल ने बताया कि इन छोटे-छोटे भूकंपों से घबराने की जरुरत नहीं है। ये किसी बड़े भूकंप के आने की कोई आशंका नहीं है। डरने की जरूरत नहीं है।
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हालांकि प्रो. कमल ने यह जरूर कहा कि जो खतरनाक जोन हैं, वहां पर अर्ली वॉर्निंग सिस्टम लगाने की सख्त जरूरत है। ताकि लोगों को भूकंप आने से 1-2 मिनट पहले जानकारी मिल सके। प्राफेसर ने कहा कि हम भूकंप को न रोक सकते हैं, न टाल सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि अर्ली वॉर्निंग सिस्टम लगाए जाएं।
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