नईदिल्ली: India-Pakistan ceasefire , अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का दावा करते नहीं थक रहे.. लेकिन अब चीन भी ट्रंप की राह पर चल पड़ा है.. चीन का दावा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच उसने सीजफायर कराया था…
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को 6 महीने से ज्यादा का समय बीच चुका है… लेकिन इसका क्रेडिट लेने की रेस खत्म नहीं हुई है… अभी तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अलग-अलग मंचों से 65 बार ये दावा कर चुके हैं कि उन्होंने युद्ध विराम कराया लेकिन अब चीन भी इसमें कूद पड़ा है.. चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को दावा किया कि चीन दुनिया के कई संघर्षों को सुलझाने में मदद करता रहा है। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए तनाव के दौरान भी चीन ने मध्यस्थता की थी…
चीन के इस दावे ने भारत में सियासी हलचल मचा दी… कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए X पर पोस्ट किया।
India-Pakistan ceasefire, राष्ट्रपति ट्रंप अलग-अलग मंचों से 65 बार ये दावा कर चुके हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए मध्यस्थता की थी… जिस पर पीएम मोदी खामोश हैं.. अब चीनी विदेश मंत्री वांग यी भी ऐसा दावा कर रहे है..भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने के चीन के दावे चिंताजनक हैं.. ये हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा का मजाक बनाते प्रतीत हो रहे हैं…
कांग्रेस ने चीन के दावे पर मोदी सरकार को घेरा तो बीजेपी ने भी पलटवार किया.. हालांकि भारत सरकार ने चीन के इस दावों को खारिज करने में देर नहीं कि भारत ने साफ किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है…हमारा रुख पहले भी कई बार साफ किया जा चुका है कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम पर दोनों देशों के DGMOs के बीच सीधे सहमति बनी थी
चीन के ये बयान बताता है कि दुनिया का चौधरी बनने की भूख उस पर किस कदर हावी है… कि अमेरिका की तरह खुद को सीजफायर का क्रेडिट दे रहा है.. जबकि चीन पाकिस्तान का करीबी दोस्त और भारत का परंपरागत शत्रु है.. ऐसे में मध्यस्थता की बात दूर की कौड़ी से ज्यादा कुछ नजर नहीं आती…