आईआईटी के विदेशी परिसर खोलने की संभावना तलाशने के लिए भारत को भूटान व मोरक्को से मिले अनुरोध

आईआईटी के विदेशी परिसर खोलने की संभावना तलाशने के लिए भारत को भूटान व मोरक्को से मिले अनुरोध

  •  
  • Publish Date - December 24, 2025 / 08:01 PM IST,
    Updated On - December 24, 2025 / 08:01 PM IST

नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा) केंद्र सरकार को भूटान और मोरक्को से प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) के विदेशी परिसर स्थापित करने की संभावना तलाशने के लिए अनुरोध प्राप्त हुए हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

वर्तमान में, आईआईटी के दो विदेशी परिसर हैं – तंजानिया में आईआईटी मद्रास-जंजीबार और संयुक्त अरब अमीरात में आईआईटी दिल्ली-अबू धाबी। तीसरा परिसर पश्चिमी अफ्रीका में स्थापित करने का प्रस्ताव है और इसकी मेजबानी नाइजीरिया में संघीय सरकार अकादमी, सुलेजा करेगी।

एक सूत्र ने बताया, ‘हमें भूटान और मोरक्को सहित कई देशों से आईआईटी के विदेशी परिसर स्थापित करने के अनुरोध प्राप्त हुए हैं।’

केंद्र सरकार ने विदेश में आईआईटी परिसर खोलने की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए 17 सदस्यीय समिति का गठन किया था, जहां विभिन्न देशों के छात्र तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर सकें।

आईआईटी परिषद की स्थायी समिति के अध्यक्ष डॉ. के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता वाली समिति ने 2022 में अपनी सिफारिशें प्रस्तुत की थीं।

साल 2023 में आईआईटी मद्रास ने तंजानिया के जंजीबार में एक विदेशी परिसर स्थापित करने की घोषणा की थी और प्रीति अघाल्यम को कार्यवाहक निदेशक नियुक्त किया गया था, जो आईआईटी की पहली महिला निदेशक भी बनीं।

संस्थान ने नवंबर 2023 में एक अस्थायी परिसर से कार्य करना शुरू किया।

आईआईटी दिल्ली ने भी इसी राह पर चलते हुए संयुक्त अरब अमीरात सरकार के साथ अबू धाबी में एक परिसर स्थापित करने के लिए औपचारिक समझौता किया। खलीफा सिटी में स्थित आईआईटी दिल्ली-अबू धाबी परिसर का उद्घाटन दो सितंबर, 2024 को हुआ।

भाषा नोमान दिलीप

दिलीप