सदन में विपक्ष की तरफ अतिरिक्त कैमरे लगाना निजता का हनन: डोटासरा

सदन में विपक्ष की तरफ अतिरिक्त कैमरे लगाना निजता का हनन: डोटासरा

सदन में विपक्ष की तरफ अतिरिक्त कैमरे लगाना निजता का हनन: डोटासरा
Modified Date: September 13, 2025 / 09:14 pm IST
Published Date: September 13, 2025 9:14 pm IST

जयपुर, 13 सितंबर (भाषा) कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा में विपक्ष की तरफ अतिरिक्त कैमरे लगाए जाने को निजता का हनन करार देते हुए शनिवार को कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा की जा रही जासूसी पकड़ी गई है।

डोटासरा ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि विधानसभा में इस तरह के कैमरे लगाये गये हैं जिससे विधानसभा की कार्यवाही नहीं चलने के दौरान विपक्ष के नेताओं के न सिर्फ वीडियो बल्कि उनकी आवाज भी रिकॉर्ड कर सुनी जा सकती है।

उन्होंने दावा किया कि विपक्षी नेताओं की गतिविधियों पर नजर रखने हेतु जासूसी की जा रही है जो निजता का हनन है तथा इसको लेकर जल्द ही कांग्रेस की महिला विधायक अपने विचार मीडिया के समक्ष रखेंगी।

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कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि विधानसभा में विपक्ष के नेताओं की जासूसी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शह पर की जा रही है जो गलत है और निंदनीय है।

उन्होंने दावा किया कि नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस प्रकरण पर जानकारी ली तो पता चला कि अब इन कैमरों जिनकी ‘एक्सेस’ विधानसभा अध्यक्ष के रेस्ट रूम में थी… उसकी केबल उखाड़ी जा रही है और इस सिस्टम को हटाया जा रहा है।

डोटासरा ने कहा कि जिस प्रकार राहुल गांधी ने भाजपा की वोट चोरी पकड़ी है उसी प्रकार राजस्थान में भाजपा द्वारा की जा रही जासूसी पकड़ी गई है।

उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं की गतिविधियों पर कैमरे से नजर रखना छोटा मुद्दा नहीं है क्योंकि विधानसभा के नियमों एवं परम्पराओं के अनुसार जब विधानसभा चल रही होती है तो उसी समय केवल विधानसभा अध्यक्ष का नियंत्रण रहता है लेकिन जब विधानसभा नहीं चल रही होती है तो सदन और अन्य स्थान बराबर है, उस वक्त किसी भी गतिविधि पर विधानसभा अध्यक्ष को नजर रखने का अधिकार नहीं है।

इससे पहले डोटासरा तथा पार्टी के राजस्थान प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ अभियान के तहत 15 सितम्बर से 15 अक्टूबर तक चलने वाले हस्ताक्षर अभियान की तैयारियों को लेकर बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी, राजस्थान सहप्रभारी चिरंजी राव, रित्विक मकवाना व पूनम पासवान मौजूद रहे।

इस बीच, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने डोटासरा के बयान को निंदनीय और संसदीय मर्यादाओं की घोर अवहेलना बताया है। राठौड़ ने स्पष्ट किया कि विधानसभा कोई निजी स्थान नहीं बल्कि लोकतंत्र का मंदिर है।

उनका कहना था कि यहां होने वाली प्रत्येक गतिविधि जनता के हित में होती है और पूरी पारदर्शिता के साथ उसका प्रसारण किया जाता है। उन्होंने कहा कि निजता की दुहाई देना संसदीय परंपराओं की अज्ञानता का परिचायक है।

भाषा पृथ्वी राजकुमार

राजकुमार


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