नई दिल्ली। भारत और कनाडा के बीच खालिस्तान मुद्दे को लेकर बहस बची हुई है। भारत ने खालिस्तान समर्थक एक अलगाववादी नेता की हत्या के तार ‘‘संभवत:’’ भारत से जुड़े होने के कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को ‘‘बेतुका’’ और ‘‘निहित स्वार्थों से प्रेरित’’ बताते हुए मंगलवार को खारिज कर दिया। इस मामले को लेकर एक भारतीय अधिकारी को कनाडा द्वारा निष्कासित किए जाने के जवाब में भारत ने एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को देश से निष्कासित कर दिया।
इस विवाद के बीच एक और खबर काफी वायरल हो रही है जिसमें ये कयास लगाए जा रहे हैं कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और विदेश मंत्री मेलोनी जॉली बीच अफेयर है लेकिन ये खबर कितनी सच है इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिली। जब 2015 में जोली को देश का हेरिटेज मंत्री बनाया गया था। लेकिन जोली कई विवादों में आ गईं जिसके चलते साल 2018 में उनका विभाग छीनकर दूसरे कम अहमियत वाले विभाग में शिफ्ट कर दिया गया।
जोली नेटफ्लिक्स के साथ हुई एक डील के चलते सबसे ज्यादा विवादों में थे। कनाडा की सरकार ने साल 2018 में कहा था कि इस डील के तहत नेटफिल्क्स देश में अगले पांच सालों में 500 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी। इस डील को लेकर क्यूबेक में नेटफिल्क्स पर टैक्स लगाने की मांग हुई और जोली मजाक का पात्र बनकर रह गई।
इस साल जब पीएम ट्रूडो ने पत्नी सोफी से अलग होने वाले फैसले का ऐलान किया तो जोली मीडिया में आ गईं। साल 2020 में आई एक रिपोर्ट में मेलानी जोली और ट्रूडो के अफेयर की बात कही गई थी। कहा गया था कि ट्रूडो और जोली को साथ में लंच करते हुए देखा गया है। वहीं कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि ट्रूडो को एक बार देर रात जोली का अपार्टमेंट छोड़ते हुए भी देखा गया था। हालांकि इन दावों की कभी पुष्टि नहीं हो सकी है।
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