बेंगलुरु, 11 अगस्त (भाषा) इसरो ने ड्रोग (वात दिग्दर्शक) पैराशूट संबंधी परीक्षणों की एक श्रृंखला सफलतापूर्वक आयोजित की है, जो नियोजित गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन में पुन: प्रवेश के दौरान ‘क्रू मॉड्यूल’ को स्थिर करने और इसके वेग को सुरक्षित स्तर तक कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
गगनयान मिशन के तहत यात्रियों को सुरक्षित रूप से अंतरिक्ष तक ले जाने और वापस आने की उम्मीद है।
ड्रोग पैराशूट तेजी से चलती वस्तुओं की गति को कम करने और इन्हें स्थिर करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र ने आठ से दस अगस्त तक चंडीगढ़ स्थित टर्मिनल बैलिस्टिक्स रिसर्च लैबोरेटरी के रेल ट्रैक रॉकेट स्लेड (आरटीआरएस) प्रतिष्ठान में सिलसिलेवार ढंग से सफल ड्रोग पैराशूट तैनाती परीक्षण किए।
भाषा नेत्रपाल दिलीप
दिलीप
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
खबर लोस चुनाव राहुल
4 hours ago