जालंधर लोकसभा उपचुनाव: चुनाव प्रचार समाप्त, 10 मई को मतदान
जालंधर लोकसभा उपचुनाव: चुनाव प्रचार समाप्त, 10 मई को मतदान
चंडीगढ़, आठ मई (भाषा) जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान सोमवार शाम थम गया। इस सीट पर आप, कांग्रेस, शिअद और भाजपा के बीच चतुष्कोणीय चुनावी मुकाबला है।
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन दलितों का गढ़ माने जाने वाले इस निर्वाचन क्षेत्र में प्रमुख राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
आम आदमी पार्टी (आप), कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित प्रमुख दलों के नेताओं ने 10 मई को होने वाले उपचुनाव से पहले मतदाताओं से संपर्क किया। चुनाव प्रचार शाम छह बजे थम गया।
जालंधर लोकसभा (आरक्षित) सीट कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी के निधन के चलते रिक्त हुई है। इस साल जनवरी में जालंधर के फिल्लौर में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा था।
निर्वाचन क्षेत्र में कुल 16,21,800 मतदाता हैं, जिनमें 8,44,904 पुरुष और 7,76,855 महिलाएं और 41 ट्रांसजेंडर शामिल हैं। इस सीट पर उपचुनाव में चार महिलाओं समेत कुल 19 उम्मीदवार मैदान में हैं। मतदान 10 मई को सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक होगा जबकि मतगणना 13 मई को होगी।
उपायुक्त-सह-रिटर्निंग अधिकारी जसप्रीत सिंह ने कहा है कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।
जालंधर लोकसभा उपचुनाव को पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के लिए एक कसौटी के तौर पर देखा जा रहा है, जो पिछले साल संगरूर संसदीय उपचुनाव हारने के बाद कांग्रेस से यह सीट छीनने की कोशिश करेगी। कांग्रेस के लिए भी प्रतिष्ठा दांव पर है और वह सीट बरकरार रखना चाहेगी। जालंधर लोकसभा सीट को कांग्रेस का पारंपरिक गढ़ माना जाता है और पार्टी 1999 से यहां से अपराजित रही है।
भाजपा और शिरोमणि अकाली दल का भी काफी कुछ दांव पर है, जिन्हें 2022 के विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था। वे भी पंजाब के दोआबा क्षेत्र की इस सीट पर जीत दर्ज करना चाहेंगे।
आप ने पूर्व विधायक सुशील रिंकू को मैदान में उतारा है, जो कांग्रेस छोड़कर पंजाब में सत्ताधारी दल में शामिल हो गए थे। कांग्रेस ने दिवंगत संतोख चौधरी की पत्नी करमजीत कौर को मैदान में उतारा है।
वहीं भाजपा ने दलित सिख इंदर इकबाल सिंह अटवाल को मैदान में उतारा है, जो शिरोमणि अकाली दल छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। अटवाल पंजाब विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष चरणजीत सिंह अटवाल के बेटे हैं, जो भाजपा में शामिल हो गए थे।
शिअद ने बंगा सीट से अपने दो बार के विधायक सुखविंदर कुमार सुखी को मैदान में उतारा है। शिअद उम्मीदवार को उसकी सहयोगी बहुजन समाज पार्टी का समर्थन प्राप्त है।
सिमरनजीत सिंह मान के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) ने गुरजंत सिंह को मैदान में उतारा है।
उधर, जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के मद्देनजर प्रदेश भर में सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी की गई है। पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने कहा कि पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में जांच के लिए विशेष ”नाका” स्थापित करने और गश्त को तेज करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सके।
भाषा
अमित पवनेश
पवनेश

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