जामिया मिल्लिया की परीक्षा के प्रश्न वैचारिक असंतुलन की ओर इशारा करते हैं : एबीवीपी

जामिया मिल्लिया की परीक्षा के प्रश्न वैचारिक असंतुलन की ओर इशारा करते हैं : एबीवीपी

जामिया मिल्लिया की परीक्षा के प्रश्न वैचारिक असंतुलन की ओर इशारा करते हैं : एबीवीपी
Modified Date: December 24, 2025 / 06:36 pm IST
Published Date: December 24, 2025 6:36 pm IST

नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा) दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया में स्नातक परीक्षा के प्रश्नपत्र में शामिल एक प्रश्न को लेकर छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने चिंता व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि यह एक ‘वैचारिक असंतुलन’ की ओर इशारा करता है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध छात्र संगठन ने 22 दिसंबर को आयोजित बीए (ऑनर्स) प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में ‘‘भारत में सामाजिक समस्याएं’’ विषय के एक प्रश्न पर आपत्ति जताई है।

एबीवीपी ने एक बयान में कहा कि प्रश्न में छात्रों से ‘‘भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों पर उदाहरणों सहित चर्चा करने’’ को कहा गया था।

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एबीवीपी की दिल्ली इकाई के राज्य सचिव सार्थक शर्मा ने कहा कि प्रश्न पूछने का तरीका समाज को एक सीमित परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करता है। उन्होंने कहा, ‘‘यह केवल एक अकादमिक चूक नहीं है, बल्कि यह वैचारिक असंतुलन की ओर भी इशारा करता है।’’

जामिया मिल्लिया इस्लामिया से तत्काल इस पूरे प्रकरण पर प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।

भाषा धीरज माधव

माधव


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