जम्मू-कश्मीर: बर्फबारी से पर्यटकों के बीच दौड़ी खुशी की लहर, कड़ाके की ठंड से मिली राहत

जम्मू-कश्मीर: बर्फबारी से पर्यटकों के बीच दौड़ी खुशी की लहर, कड़ाके की ठंड से मिली राहत

जम्मू-कश्मीर: बर्फबारी से पर्यटकों के बीच दौड़ी खुशी की लहर, कड़ाके की ठंड से मिली राहत
Modified Date: December 30, 2022 / 04:03 pm IST
Published Date: December 30, 2022 4:03 pm IST

(फोटो के साथ)

श्रीनगर, 30 दिसंबर (भाषा) कश्मीर में रात भर हल्की से मध्यम स्तर की बर्फबारी हुई जिसके चलते लोगों को कड़ाके की ठंड से थोड़ी राहत मिली। हालांकि कम दृष्यता के कारण श्रीनगर हवाईअड्डे पर तड़के उड़ानें प्रभावित रहीं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि घाटी के मैदानी इलाकों में इस मौसम की पहली बर्फबारी के कारण श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया।

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एक ओर जहां कश्मीर के मैदानी इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई, वहीं ऊंचाई वाले इलाकों में मध्यम हिमपात हुआ।

बर्फबारी के चलते न केवल कश्मीर घाटी में लंबे समय से चला आ रहा शुष्क मौसम का सिलसिला टूट गया, बल्कि इससे पर्यटकों के बीच भी खुशी की लहर दौड़ गई।

अधिकारियों ने कहा कि मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में सोनमर्ग पर्यटन स्थल पर करीब 20 इंच ताजा हिमपात दर्ज किया गया, जबकि उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में करीब सात इंच बर्फबारी हुई।

उन्होंने कहा कि श्रीनगर में करीब 1.5 इंच, काजीगुंड में छह इंच, पहलगाम में पांच इंच, कुपवाड़ा में आठ इंच और कोकेरनाग में दो इंच बर्फबारी हुई है।

अधिकारियों ने कहा कि बांदीपोरा में मैदानी इलाकों में 2-5 इंच, जबकि इसके ऊपरी इलाकों में 5-8 इंच बर्फबारी दर्ज की गई। सीमांत गुरेज़ सेक्टर में लगभग 12 इंच, जबकि राजदान पास में लगभग 18 इंच बर्फबारी हुई।

अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर ज़ोजिला दर्रे में भी लगभग 20 इंच बर्फबारी हुई, जिससे कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने वाला राजमार्ग बंद हो गया।

उन्होंने कहा कि मुगल रोड भी बर्फ जमा होने के कारण यातायात के लिए बंद है। हालांकि, श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए खुला है।

अधिकारियों ने कहा कि घाटी के कई हिस्सों में कोहरे की मोटी परत छाई हुई है, जिससे यहां श्रीनगर हवाईअड्डे पर दृश्यता कम हो गई, जिससे सुबह हवाई यातायात प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा कि कम दृश्यता के कारण सुबह कई उड़ानों में देरी हुई।

अधिकारियों ने बताया कि हालांकि, पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे दृश्यता में सुधार हुआ और उड़ानों का संचालन शुरू हो गया।

बर्फबारी से गुलमर्ग और पहलगाम को छोड़कर पूरी घाटी में न्यूनतम तापमान में सुधार हुआ और घाटी में सैलानियों के चेहरे खिल गए।

महाराष्ट्र के एक पर्यटक ने कहा, “बर्फबारी का अनुभव करके बहुत अच्छा लगा। हमने पूर्वानुमान देखा था और थोड़ी बर्फबारी देखने की उम्मीद कर रहे थे। भगवान ने हमारी सुन ली। मज़ा आ गया !”

मध्य प्रदेश के एक अन्य पर्यटक ने कहा कि बर्फबारी का अनुभव करना किसी सपने के सच होने जैसा है।

यहां मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 0.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि वार्षिक अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर पहलगाम में तापमान शून्य से 4.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.5 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।

भाषा

जोहेब नरेश

नरेश


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