Jammu-Kashmir Bill 2023: ‘जवाब देने के लिए नेहरू मौजूद नहीं इसलिए कुछ भी कह सकते है’.. कश्मीर मसले पर पूर्व PM के जिक्र से बिफरी कांग्रेस

Jammu-Kashmir Bill 2023: ‘जवाब देने के लिए नेहरू मौजूद नहीं इसलिए कुछ भी कह सकते है’.. कश्मीर मसले पर पूर्व PM के जिक्र से बिफरी कांग्रेस

Jammu-Kashmir Bill 2023

Modified Date: December 6, 2023 / 07:59 pm IST
Published Date: December 6, 2023 7:59 pm IST

नई दिल्ली: कश्मीर मसले पर आज पार्लियामेन्ट में दो महत्वपूर्ण बिल पटल पर रखे गए। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह का सम्बोधन भी हुआ। अपने सम्बोधन में पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू के जिक्र पर अब कांग्रेस भड़क उठी है। उन्होंने इसका विरोध करते हुए भाजपा पर गलत तथ्य प्रस्तुत करने का आरोप लगाया है।

इस मामले में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा “जवाहरलाल नेहरू को गाली देना और गलत तथ्य रखना भाजपा की आदत बन गई है। आप आज कुछ भी कह सकते हैं क्योंकि जवाहरलाल नेहरू जवाब देने के लिए यहां नहीं हैं। यदि जवाहरलाल नेहरू ने अपनी बुद्धि का प्रयोग न किया होता, प्रयास न किया होता तो श्रीनगर हमारे पास नहीं होता।”

गौरतलब है कि आज लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन संशोधन बिल पेश किया गया। जिसके बाद संसद में जोरदार बहस भी हुई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023 और जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2023 पर कहा, मैं यहां जो विधेयक लेकर आया हूं वह उन लोगों को न्याय दिलाने और उनका अधिकार दिलाने से संबंधित है जिनके खिलाफ अन्याय हुआ, जिनका अपमान हुआ और जिनकी उपेक्षा की गई। किसी भी समाज में जो लोग वंचित हैं उन्हें आगे लाना चाहिए, यही भारत के संविधान की मूल भावना है। उन्हें इस तरह से आगे लाना होगा जिससे उनका सम्मान कम न हो। अधिकार देना और सम्मानपूर्वक अधिकार देना दोनों में बहुत अंतर है। इसलिए इसका नाम कमजोर और वंचित वर्ग की बजाय अन्य पिछड़ा वर्ग किया जाना जरूरी है।

उन्होंने बताया कि, “…पहले जम्मू में 37 सीटें थीं, अब 43 हैं। कश्मीर में पहले 46 थीं, अब 47 हैं और PoK में 24 सीटें आरक्षित कर दी गई हैं क्योंकि PoK हमारा है”

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