जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने पहलगाम हमले में मारे गए खच्चर चालक की पत्नी को नियुक्ति पत्र सौंपा

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने पहलगाम हमले में मारे गए खच्चर चालक की पत्नी को नियुक्ति पत्र सौंपा

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने पहलगाम हमले में मारे गए खच्चर चालक की पत्नी को नियुक्ति पत्र सौंपा
Modified Date: June 14, 2025 / 04:58 pm IST
Published Date: June 14, 2025 4:58 pm IST

श्रीनगर, 14 जून (भाषा) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए खच्चर चालक आदिल शाह की पत्नी गुलनाज अख्तर को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, उपराज्यपाल सिन्हा अनंतनाग जिले के पहलगाम के हपटनार स्थित उनके घर पहुंचे और परिवार से मुलाकात कर उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपा।

सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गुलनाज अख्तर को अनंतनाग में मत्स्य विभाग में स्थायी नौकरी दी गई है। यह उनके पति की बहादुरी के प्रति प्रशासन की कृतज्ञता का प्रतीक है।’’

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उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही आदिल शाह के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान कर चुकी है।

सिन्हा ने कहा, ‘‘हमने परिवार और गांववासियों से बात की है। उन्होंने इलाके में रोजगार के अधिक अवसरों की मांग की है। हम आने वाले समय में इस पर ध्यान देंगे।’’

सिन्हा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘अनंतनाग में शहीद सैयद आदिल हुसैन के परिवार से मुलाकात की। उनकी पत्नी श्रीमती गुलनाज अख्तर को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति पत्र सौंपा। पूरा देश आदिल की बहादुरी पर गर्व करता है, जिन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में पर्यटकों की रक्षा करते हुए प्राणों की आहुति दी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘शहीद आदिल की पत्नी को दी गई सरकारी नौकरी हमारी कृतज्ञता का प्रतीक है। मैंने उनके परिवार को आश्वस्त किया है कि उन्हें गरिमापूर्ण जीवन के लिए हरसंभव सहायता दी जाएगी।’’

कश्मीर की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में आदिल शाह समेत 26 लोग मारे गए थे। इसके बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत छह मई की देर रात सैन्य कार्रवाई कर पाकिस्तान और इसके अवैध कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। बाद में, दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष छिड़ गया था जिसमें भारत ने पाकिस्तान के कई ठिकानों पर सटीक हमले किए। इसके बाद, 10 मई को दोनों देशों के बीच संघर्ष रोकने पर सहमति बनी थी।

भाषा राखी नेत्रपाल

नेत्रपाल


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