जम्मू-कश्मीर विश्व बैंक के वित्तपोषण से नौ नए पर्यटन स्थल विकसित करने की योजना बना रहा है:उमर |

जम्मू-कश्मीर विश्व बैंक के वित्तपोषण से नौ नए पर्यटन स्थल विकसित करने की योजना बना रहा है:उमर

जम्मू-कश्मीर विश्व बैंक के वित्तपोषण से नौ नए पर्यटन स्थल विकसित करने की योजना बना रहा है:उमर

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Modified Date: April 14, 2025 / 08:41 PM IST
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Published Date: April 14, 2025 8:41 pm IST

नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार पूरे केंद्र शासित प्रदेश में नौ नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने की योजना बना रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि विश्व बैंक जम्मू-कश्मीर में किसी भी परियोजना को वित्तपोषित करने में अपनी ‘पारंपरिक अनिच्छा’ को दरकिनार करेगा।

प्रदेश में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने में पर्यटन कंपनियों से समर्थन मांगते हुए अब्दुल्ला ने कश्मीर आने-जाने के लिए हवाई टिकटों की ‘हास्यास्पद कीमतों’ से पैदा हुयी चुनौतियों पर प्रकाश डाला । मुख्यमंत्री ने आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सीधी ट्रेन सेवा के उद्घाटन से राहत मिलने की उम्मीद जताई।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे दिमाग में नौ नए गंतव्य हैं, जिनके लिए हमें एक बहुपक्षीय एजेंसी के माध्यम से वित्तपोषित किए जाने की उम्मीद है। हमें उम्मीद है कि ये गंतव्य घाटी में गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग पर कुछ हद तक दबाव कम करेंगे और जम्मू के उन क्षेत्रों को भी पर्यटन के लिए खोलेंगे, जो अब तक अनदेखे रहे हैं।’’

मुख्यमंत्री ने यहां पर्यटन से संबंधित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जिस क्षण ट्यूलिप गार्डन खुलता है, उस समय श्रीनगर हर तरह से थम जाता है।

बाद में, रेडिसन होटल समूह के दक्षिण एशिया के अध्यक्ष एमेरिटस और प्रधान सलाहकार के बी काचरू सहित कुछ प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी सरकार पहले ही इन नौ गंतव्यों पर काम कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले कि हम होटल उद्योग और अन्य चीजों में आपके (रेडिसन) जैसे निजी निवेश के लिए उन गंतव्यों को खोलें, हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि वहां सुविधाएं मौजूद हों, जिसमें कनेक्टिविटी, बिजली, पानी आदि शामिल हैं। और यहीं पर बहुपक्षीय वित्तपोषण आता है, जिसके बारे में मैंने बात की थी।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व बैंक पहले ही परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए धन देने पर सहमत हो गया है, तो अब यह शुरू हो जाएगा और जैसे ही यह हो जाएगा, हम फिर उन्हीं एजेंसियों से संपर्क करेंगे।

उमर ने कहा कि उम्मीद है कि विश्व बैंक जम्मू-कश्मीर में किसी भी चीज को निधि देने में अपनी पारंपरिक अनिच्छा को दूर कर देगा।

भाषा रंजन संतोष

संतोष

 

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