कर्नाटक सरकार अंडों में कैंसरकारी पदार्थों के होने संबंधी दावों की जांच के लिए नमूने एकत्र कर रही
कर्नाटक सरकार अंडों में कैंसरकारी पदार्थों के होने संबंधी दावों की जांच के लिए नमूने एकत्र कर रही
बेलागावी (कर्नाटक), 16 दिसंबर (भाषा) कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने एक विशेष ब्रांड के अंडों में ‘जीनोटॉक्सिस पदार्थ’ होने का दावा सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद मंगलवार को कहा कि जांच के लिए नमूने एकत्र किए गए हैं और रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
‘जीनोटॉक्सिस पदार्थ’ डीएनए की संरचना में बदलाव कर सकते हैं। विधान परिषद में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस नेता और विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) रमेश बाबू द्वारा उठाए गए एक प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रसारित हो रही सूचनाओं के आधार पर लोगों को चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
सोशल मीडिया पर किए गए दावों के अनुसार, प्रयोगशाला में परीक्षण किए जाने के बाद एक विशेष ब्रांड के अंडों में ‘नाइट्रोफ्यूरान’ और ‘नाइट्रोइमिडाजोल’ के अंश पाए गए हैं।
‘नाइट्रोफ्यूरान’ और ‘नाइट्रोइमिडाजोल’ का मुर्गी पालन में उपयोग कथित तौर पर प्रतिबंधित है।
ये पदार्थ अंडों में मौजूद हो सकते हैं क्योंकि मुर्गी पालन के दौरान इनका उपयोग मुर्गियों को जीवाणु संक्रमण से बचाने के साथ ही मुर्गियों के अंडें देने की संख्या बढ़ाने के लिए किया जाता है।
राव ने कहा, ‘‘अंडों को लेकर काफी चर्चा हो रही है और हम इस बारे में पूरी जानकारी जुटा रहे हैं। पिछले साल हमने अंडों के 124 नमूनों की जांच की थी, जिनमें से 123 अच्छी गुणवत्ता के पाए गए और केवल एक नमूने में गुणवत्ता संबंधी समस्या थी। सोशल मीडिया पर अंडों को लेकर हाल ही में आई खबरों के बारे में हमारे पास पूरी जानकारी नहीं है।
उन्होंने बताया कि जिस कंपनी या ब्रांड के बारे में यह शिकायतें आई हैं वहां से अंडों के नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए हैं। इसी तरह, अन्य जगहों से भी अंडों के नमूने एकत्र किए गए हैं।
राव ने कहा, ‘‘रिपोर्ट आने में 4-5 दिन लग सकते हैं और रिपोर्ट आने के बाद हम आगे की कार्रवाई कर सकते हैं। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि लोगों को अंडों को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि बेवजह कुछ खबरें सामने आई हैं जिन्हें प्रचारित किया गया है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार सावधानी बरतेगी और अंडों की जांच करवाएगी।
मंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार के प्राधिकारियों को इस संबंध में केंद्र सरकार के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों से भी बात करने को कहा है।
एमएलसी बाबू ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर किए गए दावों ने लोगों को अंडों के इस्तेमाल को लेकर चिंतित कर दिया है।
भाषा यासिर संतोष
संतोष

Facebook



