जंगली हाथी के हमले से मौत होने पर दोगुना मिलेगा मुआवजा, यहां राज्य सरकार ने लिया फैसला

कर्नाटक सरकार ने जंगली हाथी के हमले में मौत होने पर पीड़ित परिवार को दिया जाने वाला मुआवजा दोगुना करने का फैसला किया है।

जंगली हाथी के हमले से मौत होने पर दोगुना मिलेगा मुआवजा, यहां राज्य सरकार ने लिया फैसला
Modified Date: December 12, 2022 / 02:03 pm IST
Published Date: December 12, 2022 12:53 pm IST

doubles compensation for death due to wild elephant attack: बेंगलुरु, 12 दिसंबर । कर्नाटक सरकार ने जंगली हाथी के हमले में मौत होने पर पीड़ित परिवार को दिया जाने वाला मुआवजा दोगुना करने का फैसला किया है।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की अध्यक्षता में रविवार को हुई एक बैठक में जंगली हाथी के हमले के कारण मौत के लिए मुआवजे को दोगुना करने का फैसला किया गया। मुआवजे को 7.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, बैठक में हासन जिले के प्रभारी मंत्री के गोपालैया और वन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

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बैठक में हाथी के हमले के कारण स्थायी रूप से दिव्यांग होने पर मुआवजा पांच लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये और आंशिक रूप से दिव्यांग होने पर 2.5 लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये तथा घायलों के लिए मुआवजा 30,000 रुपये से बढ़ाकर 60,000 रुपये करने का निर्णय लिया गया।

संपत्ति के नुकसान के संबंध में मुआवजे को 10,000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये करने का निर्णय लिया गया जबकि स्थायी रूप से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए मासिक पेंशन 2,000 रुपये से बढ़ाकर 4,000 रुपये कर दी गई।

बयान में कहा गया है कि फसलों के नुकसान के लिए भी मुआवजे की राशि दोगुनी की जाएगी।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com