कवींद्र गुप्ता ने लद्दाख के नए उपराज्यपाल के रूप में शपथ ली

कवींद्र गुप्ता ने लद्दाख के नए उपराज्यपाल के रूप में शपथ ली

कवींद्र गुप्ता ने लद्दाख के नए उपराज्यपाल के रूप में शपथ ली
Modified Date: July 18, 2025 / 12:04 pm IST
Published Date: July 18, 2025 12:04 pm IST

लेह/जम्मू, 18 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता कवींद्र गुप्ता ने शुक्रवार को केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के नए उपराज्यपाल के रूप में शपथ ली।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को गुप्ता को लद्दाख का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया था।

अधिकारियों ने बताया कि लेह में स्थित लद्दाख राज निवास में आयोजित एक समारोह में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अरुण पल्ली ने गुप्ता को पद की शपथ दिलाई।

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मुख्य सचिव पवन कोतवाल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा गुप्ता की नियुक्ति किए जाने से संबंधित पत्र पढ़ा।

गुप्ता केंद्र शासित प्रदेश के तीसरे उपराज्यपाल हैं। वह ब्रिगेडियर बी डी मिश्रा का स्थान लेंगे। मिश्रा 19 फरवरी, 2024 को केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल बने थे।

मिश्रा ने नौकरशाह आर के माथुर का स्थान लिया था, जो 2019 में लद्दाख के पहले उपराज्यपाल नियुक्त किए गए थे। 2019 में तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था।

गुप्ता इससे पहले सरकार और भाजपा में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।

वह अप्रैल 2018 में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली भाजपा-पीडीपी सरकार में 51 दिन तक जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री रहे थे। महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली सरकार से भाजपा के समर्थन वापस लेने के बाद गुप्ता ने पद छोड़ दिया था।

जम्मू शहर के जानीपुर क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले 66 वर्षीय गुप्ता ने 2005 से 2010 तक लगातार तीन बार जम्मू के महापौर के रूप में कार्य किया। उन्होंने भाजपा की राज्य इकाई के महासचिव के रूप में कार्य किया और 1993 से 1998 तक लगातार दो बार भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) की जम्मू-कश्मीर इकाई का नेतृत्व किया।

गुप्ता 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के तत्कालीन मंत्री रमन भल्ला को हराकर गांधी नगर निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार विधायक चुने गए थे।

वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में पीडीपी-भाजपा गठबंधन की जीत के बाद गुप्ता सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुने गए।

पहले विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के सचिव रह चुके गुप्ता ने आपातकाल के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता के रूप में लगभग 13 महीने जेल में बिताए थे।

भाषा जोहेब वैभव

वैभव


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