केरल : पछतावे के बोझ तले दबे व्यक्ति ने 40 वर्ष बाद हत्या का अपराध कबूला

केरल : पछतावे के बोझ तले दबे व्यक्ति ने 40 वर्ष बाद हत्या का अपराध कबूला

केरल : पछतावे के बोझ तले दबे व्यक्ति ने 40 वर्ष बाद हत्या का अपराध कबूला
Modified Date: July 4, 2025 / 02:55 pm IST
Published Date: July 4, 2025 2:55 pm IST

कोझिकोड, चार जुलाई (भाषा) केरल के कोझिकोड में रहने वाले मोहम्मद अली के लिए करीब 40 वर्ष तक एक राज को जहन में छिपाना अब बर्दाश्त से बाहर हो गया था।

अली शुक्रवार को मलप्पुरम जिले के वेंगारा में एक थाने गया और शांति से अपना अपराध कबूल कर लिया।

उसने पुलिस को बताया कि वर्ष 1986 में जब वह एक नाबालिग था उसने एक ऐसे व्यक्ति की हत्या की थी, जिसका नाम तक उसे पता नहीं था।

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अली ने अधिकारियों को बताया कि जब यह घटना हुई तब वह सिर्फ 14 वर्ष का था।

मोहम्मद अली कोझीकोड जिले के तिरुवंबाडी थानाक्षेत्र के कुदरंजी गांव में देवस्या नाम के एक व्यक्ति की संपत्ति पर काम कर रहा था।

अली ने पुलिस को बताया कि एक दिन एक व्यक्ति ने उसे परेशान करने की कोशिश की।

पुलिस ने बताया कि आत्मरक्षा में अली ने उस व्यक्ति को लात मार दी, जो पास की एक नदी में जा गिरा।

पुलिस के मुताबिक, घबराया हुआ अली घटनास्थल से भाग गया और दो दिन बाद जब वह वापस लौटा तो उसने देखा कि उस व्यक्ति का शव तब भी पानी में ही पड़ा हुआ था।

मोहम्मद अली ने पुलिस को बताया कि वह किसी अनहोनी की आशंका से चुप रहा।

उस समय पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया था।

स्थानीय लोगों ने तब कहा था कि उस व्यक्ति को मिर्गी की बीमारी थी और कोई भी शव की पहचान करने के लिए आगे नहीं आया था। कोई सुराग नहीं मिलने पर मामला शांत हो गया था। लेकिन मोहम्मद अली के लिए यह मामला कभी शांत नहीं हुआ।

करीब पचास की उम्र के अली ने पुलिस को बताया कि अपराध के पछतावे का बोझ उठाना बहुत भारी हो गया था, खासकर तब जब उसके परिवार पर मुसीबत आन पड़ीं।

पुलिस ने बताया कि अली के बड़े बेटे की मौत हो गई और उसका छोटा बेटा एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया।

पुलिस के मुताबिक, इसके बाद अली को एहसास हुआ कि उसे अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए। अली ने पुलिस को बताया कि परिवार पर आई मुसीबतों की बाढ़ से वह सो नहीं पाया। पुलिस ने अली के कबूलनामे को गंभीरता से लिया।

पुलिस के मुताबिक, अली जांचकर्ताओं को वापस घटनास्थल पर ले गया और उन्हें वह स्थान दिखाया, जहां कभी शव पड़ा था।

अब, तिरुवंबाडी थाना प्रभारी के. प्रजीश के नेतृत्व में एक टीम मृतक की पहचान उजागर करने के लिए पुरानी फाइलों और अखबारों की खबरें खंगाल रही है।

अब तक, एकमात्र बचा हुआ रिकॉर्ड पांच दिसंबर, 1986 की एक छोटी सी समाचार खबर का है।

खबर में लिखा है, “कूडारांजी: मिशन अस्पताल के पीछे एक छोटी सी नहर में एक युवक का शव मिला। अनुमानित आयु: 20 वर्ष।”

पुलिस ने अब मोहम्मद अली के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है और अब आरोपी न्यायिक हिरासत में है।

भाषा जितेंद्र रंजन

रंजन


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