केरल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीके श्रीधरन ने पार्टी छोड़ी, माकपा में होंगे शामिल

केरल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीके श्रीधरन ने पार्टी छोड़ी, माकपा में होंगे शामिल

केरल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीके श्रीधरन ने पार्टी छोड़ी, माकपा में होंगे शामिल
Modified Date: November 29, 2022 / 08:09 pm IST
Published Date: November 15, 2022 4:00 pm IST

कासरगोड (केरल), 15 नवंबर (भाषा) केरल प्रदेश कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष सी .के. श्रीधरन ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के सुधाकरण की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आएसएस) के संबंध में हालिया टिप्पणी के विरोध में उन्होंने पार्टी छोड़ी है।

श्रीधरन ने मीडिया को बताया कि वह माकपा में शामिल होंगे जो “ देश में फासीवाद और सांप्रदायिकता से प्रभावी तरीके से लड़ रही है।”

उन्होंने कहा, “ मैंने (कांग्रेस) पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। मेरी भावी योजना माकपा के साथ काम करने की है जिसका ऐलान 17 नवंबर को किया जाएगा।”

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श्रीधरन ने कहा कि कांग्रेस सभी मोर्चों पर नाकाम साबित हुई है।

वरिष्ठ नेता ने कहा, “ कांग्रेस देश में विफल हो गई है। आज के भारत में, हमें फासीवाद और सांप्रदायिकता से लड़ने की जरूरत है और वाम मोर्चा यह प्रभावी तरीके से कर रहा है। प्रदेश नेतृत्व की हाल की टिप्पणियां और रुख जिसमें प्रदेश कांग्रेस प्रमुख का सार्वजनिक बयान भी शामिल है… इन सभी कारकों की वजह से पार्टी छोड़ी है।”

उनके माकपा के राज्य सचिव एम.वी. गोविंदन की मौजूदगी में वाम पार्टी में शामिल होने की संभावना है।

प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख सुधाकरण ने सोमवार को कहा था कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू एक महान नेता थे और उन्होंने ‘उदारता’ दिखाते हुए आरएसएस नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी को अपनी कैबिनेट में शामिल किया था।

इस बयान की यूडीएफ में कांग्रेस के अहम साझेदार इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) और सत्तारूढ़ मकापा ने तीखी आलोचना की है।

भाषा नोमान नरेश

नरेश


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।