भुवनेश्वर, 19 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) ने कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (केआईएसएस) में 14 वर्षीय आदिवासी छात्र की कथित हत्या के मामले में ओडिशा सरकार से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने इस मामले की स्वयं जांच करने का भी निर्णय लिया है।
ओडिशा पुलिस द्वारा संस्थान के आठ अधिकारियों और तीन छात्रों को हिरासत में लिए जाने के बाद एनसीएसटी ने खबरों के आधार पर घटना का स्वत: संज्ञान लिया।
एनसीएसटी ने कहा, ‘‘आयोग ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 338ए के तहत मिली शक्तियों का प्रयोग करते हुए इस मामले की जांच करने का निर्णय लिया है।’’
गृह, स्कूल एवं जन शिक्षा और एसटी एवं एससी विकास, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभागों के साथ-साथ पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त और खुर्दा के जिला अधिकारी को जारी नोटिस में एनसीएसटी ने उनसे तीन दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
समय पर जवाब न मिलने पर आयोग ने समन जारी करने जैसी दीवानी अदालत की शक्तियों के इस्तेमाल की चेतावनी भी दी है।
एनसीएसटी की यह कार्रवाई क्योंझर जिले के नौवीं कक्षा के छात्र की ‘‘हत्या’’ से जुड़ी जानकारी कथित तौर पर छिपाने के आरोप में ‘केआईएसएस’ के आठ कर्मचारियों की गिरफ्तारी के बाद हुई है, जिनमें एक अतिरिक्त सीईओ और दो शिक्षक शामिल हैं।
इस मामले में आरोपी तीनों नाबालिग छात्रों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया।
पुलिस आयुक्त एस देव दत्त सिंह ने पहले बताया था कि 11 दिसंबर की रात छात्र की उसके सहपाठियों ने गला घोंटकर हत्या कर दी थी और गिरफ्तार अधिकारियों ने इस घटना को एक दुर्घटना के रूप में पेश करने की कोशिश की थी।
इस बीच केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुअल ओराम ने घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इसे ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय’’ बताया।
ओराम ने कहा, ‘‘केआईएसएस में ऐसी घटनाएं बार बार हो रही हैं। अधिकारियों को सतर्क रहना चाहिए और इन्हें रोकने के उपाय करने चाहिए।’’ उन्होंने निष्पक्ष जांच पर भरोसा भी जताया।
ओडिशा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग (ओएससीपीसीआर) ने भी संस्थान का दौरा किया और पुलिस को केआईएमएस के चिकित्सकों की भूमिका की जांच करने की सिफारिश की, जो उसी समूह द्वारा संचालित अस्पताल है जो केआईएसएस का प्रबंधन करता है।
ओएससीपीसीआर की अध्यक्ष बबिता पात्रा ने कहा कि चिकित्सकों ने कथित तौर पर लड़के के पिता को बताया था कि मौत बाथरूम में गिरने के कारण हुई थी, जिसे पुलिस ने बाद में गलत पाया।
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में अपराध को दबाने के जानबूझकर किए गए प्रयास का आरोप लगाया और चिकित्सकों एवं छात्रावास अधिकारियों सहित इसमें शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी की मांग की।
क्योंझर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनंत नायक ने भी इस हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
भाषा सुमित सुरभि
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