नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) विपक्षी नेताओं ने ‘वीबी-जी राम जी’ विधेयक पारित होने के विरोध में बृहस्पतिवार रात संसद परिसर में 12 घंटे तक धरना प्रदर्शन किया और उन्होंने कहा कि वे देशभर में सड़कों पर उतरेंगे।
यह विधेयक ‘मनरेगा’ ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम के स्थान पर लाया गया है।
तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा में उपनेता सागरिका घोष ने केंद्र सरकार पर वीबी-जी राम जी विधेयक को जबरदस्ती पारित कराने का आरोप लगाया और विपक्षी सांसद संसद परिसर में 12 घंटे तक धरने पर बैठे रहे।
विपक्षी दलों के विरोध के बीच विकसित भारत गारंटी रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) (वीबी-जी राम जी) विधेयक संसद द्वारा पारित कर दिया गया। राज्यसभा ने आधी रात के बाद इसे अपनी मंजूरी दे दी।
घोष ने कहा कि मोदी सरकार जिस तरीके से यह पूरी तरह से ‘‘गरीब-विरोधी, जन-विरोधी, किसान-विरोधी, ग्रामीण गरीब-विरोधी’’ वीबीजीआरजी विधेयक लायी है और मनरेगा को खत्म कर दिया है, वह तरीका आपत्तिजनक है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मांग थी कि इतने महत्वपूर्ण विधेयक को चयन समिति के पास भेजा जाए और विपक्षी दलों को इस पर विश्लेषण करने और सभी हितधारकों को इस पर चर्चा करने का मौका दिया जाए लेकिन तानाशाही दिखाते हुए, लोकतंत्र की हत्या करते हुए ऐसा नहीं किया गया।’’
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसे ‘‘देश के श्रम बल के लिए एक दुखद दिन’’ करार दिया और मोदी सरकार पर किसान विरोधी और गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया।
भाषा गोला सुरभि
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