Kullu Dussehra Controversy: दशहरे में तहसीलदार की सरेआम पिटाई, इस गलती पर गुस्साए लोग, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

दशहरे में तहसीलदार की सरेआम पिटाई, इस गलती पर गुस्साए लोग, Kullu Dussehra Controversy: Tehsildar publicly beaten up on Dussehra

Kullu Dussehra Controversy: दशहरे में तहसीलदार की सरेआम पिटाई, इस गलती पर गुस्साए लोग, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

Kullu Dussehra Controversy. Image Source- Viral Video Grab

Modified Date: October 4, 2025 / 12:05 am IST
Published Date: October 3, 2025 6:50 pm IST
HIGHLIGHTS
  • कुल्लू दशहरा के दौरान तहसीलदार ने देवता के शिविर में जूते पहनकर प्रवेश किया
  • अधिकारी को देवता के समक्ष माफी मांगनी पड़ी
  • 1200 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात थे, प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल।

कुल्लूः Kullu Dussehra Controversy:  हिमाचल प्रदेश के कुल्लू दशहरे में बड़ा बवाल देखने को मिला। यहां देवता के अपमान को लेकर तहसीलदार की पिटाई कर दी गई। बताया जा रहा है कि तहसीलदार बिना जूते उतारे एक देवता के अस्थायी शिविर में प्रवेश कर गए थे। इसी को लेकर उनके अनुयायियों के उनकी पिटाई कर दी। इतना ही नहीं भीड़ उन्हें अस्थाई शिविर तक ले गई और इस दौरान उनके कपड़े भी फट गए। इस घटना के बाद कुल्लू में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है।

Kullu Dussehra Controversy:  दरअसल, बुधवार को जब अधिकतर देवी-देवता ढालपुर मैदान स्थित अपने अस्थायी शिविरों में पहुंच गए थे, तभी एक तहसीलदार देवता भृगु ऋषि के शिविर में पहुंचे। देवलुओं (देवता के अनुयायियों) के अनुसार, अधिकारी ने पारंपरिक नियमों का पालन नहीं किया और जूते पहनकर ही शिविर में प्रवेश कर गए। इस पर देवता भृगु ऋषि ने “गूर” (वह व्यक्ति जिसके माध्यम से देवता अपनी इच्छा व्यक्त करते हैं) के माध्यम से अपनी नाराजगी जाहिर की, जिससे देवलुओं का गुस्सा भी भड़क उठा। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि गुस्साई भीड़ तहसीलदार को मेला कमेटी कार्यालय से देवता के अस्थायी शिविर तक ले जा रही है। मौके पर मौजूद नीणू के देवता नारद मुनि और आशणी के देवता भृगु ऋषि के समक्ष तहसीलदार को माफी मांगनी पड़ी, जिसके बाद ही माहौल शांत हुआ।

भाजपा विधायक ने साधा निशाना

बंजार से भाजपा विधायक सुरेंद्र शौरी ने इस पूरे विवाद पर तहसीलदार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि, “2023 में भी इन्हीं तहसीलदार ने 18 देवी-देवताओं के तंबुओं को उखाड़ा था। ये लगातार दो साल से देव परंपरा और श्रद्धालुओं का अपमान कर रहे हैं। शौरी ने कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर ऐसे अधिकारी को कुल्लू में क्यों तैनात किया गया। उन्होंने बताया कि विधानसभा में तहसीलदार के खिलाफ प्रिवलेज मोशन भी दायर किया गया है। कुल्लू दशहरा में सुरक्षा के लिए 1200 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात थे, लेकिन घटना के दौरान एक भी पुलिसकर्मी मौके पर नहीं दिखा। यही वजह है कि अब पुलिस की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।