तो क्या इन 2 वजहों से किरण रिजिजू को छोड़ना पड़ा कानून मंत्री का पद? इन दो नेत्रियों ने किया हैं बड़ा दावा

Kyo hataye gaye Kiren Rijiju तो क्या इन 2 वजहों से किरण रिजिजू को छोड़ना पड़ा कानून मंत्री का पद? इन नेताओं ने बताये हैं फेरबदल के कारण

तो क्या इन 2 वजहों से किरण रिजिजू को छोड़ना पड़ा कानून मंत्री का पद? इन दो नेत्रियों ने किया हैं बड़ा दावा

Kiren Rijiju tweeted after being removed from the post of Law Minister

Modified Date: May 18, 2023 / 11:57 am IST
Published Date: May 18, 2023 11:56 am IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट में आंशिक लेकिन बड़ा फेरबदल किया हैं। पीएम मोदी ने अपने सबसे विश्वस्त मंत्रियों में से एक किरण रिजुजू से कानून मंत्रालय वापिस ले लिया हैं। इसकी जगह उन्हें अब पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय सौंपा गया हैं। पूर्वोत्तर से आने वाले पीएम के सबसे करीबी नेताओ ने शुमार रिजुजू (Kyo hataye gaye Kiren Rijiju) को लेकर सामने आएं इस फैसले से ना सिर्फ सरकार बल्कि विपक्ष भी हैरान हैं। उनकी जगह पर राजस्थान के एमपी अर्जुन मेघवाल देश के नए कानून मंत्री होंगे।

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रिजुजू को हटाए जाने के बाद अब विपक्ष की तरफ से प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो चुकी हैं। कांग्रेस और शिवसेना के दो नेताओ ने सरकार पर निशाना भी साधा हैं। पीएम मोदी को घेरने वालो में कांग्रेस की तरफ से अलका लाम्बा जबकि शिवसेना की ओर से प्रियंका चतुर्वेदी हैं। दोनों ही नेत्रियों ने न सिर्फ केंद्र सरकार को आए हाथो लिया बल्कि रिजुजू (Kyo hataye gaye Kiren Rijiju) को हटाए जाने की संभावित वजहों का भी खुलासा किया।

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Kyo hataye gaye Kiren Rijiju: शिवसेना नेता (UBT) प्रियंका चतुर्वेदी ने बताई ये वजह केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए और बिना किसी का नाम लिए, शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने आज ट्विटर का सहारा लिया और पूछा क्या यह महाराष्ट्र फैसले की शर्मिंदगी के कारण है? या मोदानी-सेबी जांच?

कांग्रेस नेता अलका लांबा ने बताई ये वजह

वहीं कांग्रेस नेता अलका लांबा ने भी ट्विटर पर प्रतिक्रिया दी है और कहा कि पिछले कुछ समय से कानून मंत्री के तौर पर किरेन रिजिजू द्वारा जजों की नियुक्ति और अदालतों के काम करने के तौर तरीकों को लेकर की जा रही टिप्पणियों और हस्तक्षेप ने मोदी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी थीं, सरकार ने अपनी छवि बचाने के लिए अपने क़ानून मंत्री की बलि देकर अच्छा किया।

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