महाकुम्भ के लिए मेला क्षेत्र में 13 अखाड़ों को भूमि आवंटित

महाकुम्भ के लिए मेला क्षेत्र में 13 अखाड़ों को भूमि आवंटित

महाकुम्भ के लिए मेला क्षेत्र में 13 अखाड़ों को भूमि आवंटित
Modified Date: November 19, 2024 / 10:16 pm IST
Published Date: November 19, 2024 10:16 pm IST

प्रयागराज (उप्र), 19 नवंबर (भाषा) प्रयागराज में होने जा रहे विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम महाकुम्भ 2025 के लिए मेला क्षेत्र में मंगलवार को सभी 13 अखाड़ों की बसावट का पहला चरण पूरा हो गया है।

अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कुम्भ मेला प्रशासन ने अखाड़ों के संतों की सहमति से मेला क्षेत्र में छावनी बसाने के लिए सभी 13 अखाड़ों को मंगलवार को भूमि आवंटित कर दी।

उन्होंने बताया कि मंगलवार को तीन वैष्णव अखाड़ों को भी कुंभ क्षेत्र के अखाड़ा सेक्टर में मेला प्रशासन की तरफ से भूमि दी गई। इस अवसर श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा, श्री दिगंबर अनी अखाड़ा और श्री निर्वाणी अनी अखाड़ा के प्रमुख पदाधिकारी और संत उपस्थित रहे।

 ⁠

श्री निर्वाणी अनी अखाड़े के अध्यक्ष महंत मुरली दास का कहना है कि मेला प्रशासन के साथ सहमति के बाद अखाड़ों को आवश्यक भूमि का आवंटन हो गया है। अब भूमि पर टीन का घेरा करने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।

चतुर्वेदी ने बताया कि संन्यासी और उदासीन अखाड़ों के संतों को सोमवार को ही भूमि का आवंटन किया जा चुका है। इस तरह 100 बीघे से अधिक की भूमि अखाड़ों के संतों की सहमति से उन्हें आवंटित कर दी गई।

उन्होंने बताया कि अखाड़ों के बाद अब दंडी बाड़ा, आचार्य बाड़ा, खाक चौक व्यवस्था समिति और खालसों को भूमि वितरित की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि महाकुम्भ मेला 14 जनवरी, 2025 को मकर संक्रांति स्नान पर्व के साथ शुरू होगा जो करीब 40 दिन चलने के बाद 26 फरवरी, 2025 को महाशिवरात्रि स्नान के साथ संपन्न होगा।

भाषा राजेंद्र

राजकुमार

राजकुमार


लेखक के बारे में