Lawrence Bishnoi: राजधानी की पुलिस ने वसूली रैकेट का किया भंडाफोड़, लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर मांगे थे 5 करोड़, 8 आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने एक बड़े वसूली रैकेट का पर्दाफाश करते हुए गैंग के शूटर समेत 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये गिरोह प्रॉपर्टी डीलर से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांग रहा था। दबाव बनाने के लिए आरोपियों ने प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस के बाहर फायरिंग भी करवाई थी।
- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़े वसूली रैकेट का भंडाफोड़ किया।
- आरोपियों में शूटर भी शामिल है जिसने प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस के बाहर फायरिंग की थी।
- गैंग ने एक प्रॉपर्टी डीलर से 5 करोड़ की फिरौती मांगी थी और दफ्तर के बाहर गोलीबारी कराई।
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के स्पेशल सैल ने राजधानी में सक्रिय एक बड़े वसूली रैकेट का पर्दाफाश करते हुए इस गिरोह से जुड़े 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक शूटर भी शामिल है, जिसने धमकी देने के लिए एक प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस के बाहर गोलीबारी की थी। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि ये पूरा रैकेट एक शातिर अपराधी ‘जोरा’ द्वारा संचालित किया जा रहा था, जो खुद को फेमस गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई बताता है और फिलहाल ऑस्ट्रेलिया से पूरे गिरोह को नियंत्रित कर रहा है।
धमकी देकर मांगी थी फिरौती
पुलिस के अनुसार, इस गैंग ने दिल्ली के एक नामी प्रॉपर्टी डीलर को टारगेट बनाते हुए उसके पास 5 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की थी। आरोपियों ने प्रॉपर्टी डीलर को डराने और दबाव बनाने के लिए उसके कार्यालय के बाहर अंधाधुंध फायरिंग करवाई, जिससे इलाके में दहशत फैल गई थी। फायरिंग की ये घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिससे पुलिस को अहम सुराग मिले।
ऑस्ट्रेलिया से हो रही थी साजिश
पूछताछ के दौरान सामने आया कि इस पूरे रैकेट की साजिश ऑस्ट्रेलिया से रची गई थी। मास्टरमाइंड जोरा, जो खुद को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई बताता है, वहीं से गिरोह को कमांड दे रहा था। वो सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्स के ज़रिए अपने साथियों को टारगेट्स, लोकेशन और एक्शन प्लान भेजता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जोरा पहले भी कई मामलों में शामिल रह चुका है और इंटरनेशनल नेटवर्क के जरिए भारत में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता है।
हथियार और मोबाइल बरामद
आरोपियों के पास से कई मोबाइल फ़ोन, हथियार, कारतूस जब्त किये गए हैं। फर्जी मोबाइल फोन से मिली चैट और कॉल रिकॉर्ड्स से गिरोह का पैटर्न और विदेशी कनेक्शन की पुष्टि हुई है। पुलिस अब जोरा की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है।
दिल्ली के अन्य गिरोहों पर भी नजर
इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने राजधानी और एनसीआर क्षेत्र में सक्रिय अन्य वसूली गिरोहों पर भी नजर रखना शुरू कर दिया है। अधिकारियों का मानना है कि कई विदेश में बैठे अपराधी भारत में अपने गिरोहों के जरिए डर और आतंक फैलाने की कोशिश में लगे हुए हैं।
पुलिस की सख्त चेतावनी
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि वो ऐसे किसी भी संगठित आपराधिक गिरोह को किसी हाल में आगे बर्दाश्त नहीं करेगी और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जनता से भी अपील की गई है कि अगर किसी को धमकी मिलती है या कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
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