शिकवे शिकायत छोड़ ‘आप’ की जीत के लिए काम करें : मान ने कार्यकर्ताओं से कहा

शिकवे शिकायत छोड़ ‘आप’ की जीत के लिए काम करें : मान ने कार्यकर्ताओं से कहा

शिकवे शिकायत छोड़ ‘आप’ की जीत के लिए काम करें : मान ने कार्यकर्ताओं से कहा
Modified Date: April 6, 2024 / 08:16 pm IST
Published Date: April 6, 2024 8:16 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

चंडीगढ़, छह अप्रैल (भाषा)पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को आम आदमी पार्टी (आप)कार्यकर्ताओं से कहा कि उनकी यदि कोई शिकायत है तो उसे भूलकर राज्य की सभी 13 लोकसभा सीट पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करें।

मान ने आगे कहा कि संगठन और सरकार में कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां दी जाएंगी। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘गलत धारणा’ थी कि वह आप को खत्म कर सकती है।

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पंजाब में पार्टी के चुनाव अभियान का नेतृत्व कर रहे मान मोगा में पार्टी कार्यकर्ताओं की अपनी पहली बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक भी मौजूद थे।

पंजाब की 13 लोकसभा सीट के लिए एक जून को मतदान होगा।

मान ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुफ्त बिजली, सरकारी नौकरियां देने और फसल सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी सहित अपनी सरकार की ‘उपलब्धियों’ की चर्चा की।

मान ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें यह बात हजम नहीं हो रही है कि आम परिवारों से आने वाले लोग विधायक बने हैं। उन्होंने कहा कि कुल 92 विधायकों में से 80 पहली बार विधायक बने हैं।

मुख्यमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘चिंता मत करो। हर किसी की बारी आएगी।’’

मान ने कहा, ‘‘कई को पहले ही (जिम्मेदारियां) मिल चुकी हैं। संगठन और राज्य सरकार में भी जिम्मेदारियां दी जाएंगी।’’ उन्होंने कहा कि सरकारों में कई पद होते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह ‘आप’ ही है जो सभी को मौका देती है। आप भी अपना प्रयास करें।’’

मान ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘कुछ शिकवे-शिकायत हो सकती हैं और यह एक परिवार में होता है। उन शिकायतों को भूल जाओ और इस मुकाबले को 13-0 (आप के पक्ष में) बनाओ।’’

मान से पहले पाठक ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी अगर कोई शिकायत है तो उसे भूल जाएं और पार्टी की जीत सुनिश्चित करें।

भाषा धीरज पवनेश

पवनेश


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