वाम दलों ने नये श्रम कानूनों के खिलाफ आम हड़ताल का समर्थन किया
वाम दलों ने नये श्रम कानूनों के खिलाफ आम हड़ताल का समर्थन किया
नयी दिल्ली, 24 जून (भाषा) वाम दलों ने श्रमिक संघों के संयुक्त मंच द्वारा नये श्रम कानूनों के खिलाफ नौ जुलाई को बुलाई गई आम हड़ताल का समर्थन किया है।
श्रमिक संघों का यह संयुक्त मंच 10 केंद्रीय श्रमिक संघों (सीटीयू) और स्वतंत्र अखिल भारतीय क्षेत्रीय महासंघों तथा संघों को मिलाकर बना है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन, रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘आम हड़ताल मुख्य रूप से श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन के खिलाफ बुलाई गई है, जो कॉर्पोरेट एजेंडे का एक प्रमुख हिस्सा है। इन श्रम कानूनों का उद्देश्य श्रमिकों के बुनियादी लोकतांत्रिक अधिकारों को गंभीर रूप से कम करना है, जिसमें संगठित होने और सामूहिक कार्रवाई करने का उनका अधिकार भी शामिल है।’’
वाम दलों ने एक बयान में कहा, ‘‘भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार अपने नवउदारवादी एजेंडे को आक्रामक रूप से आगे बढ़ा रही है, जिसमें श्रम संहिता एक केंद्रीय घटक है। यह एजेंडा महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संसाधनों के निजीकरण की ओर आक्रामक रूप से बढ़ रहा है, विशेष रूप से रक्षा और संचार जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में। ’’
वाम दलों ने भी लोगों से हड़ताल का समर्थन करने का आह्वान किया तथा सभी इकाइयों से सक्रिय रूप से अभियान चलाने और इसकी सफलता सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में लोगों को जुटाने का आग्रह किया।
भाषा रवि कांत रवि कांत दिलीप
दिलीप

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