काले धंधों का अड्डा ! ऐसी दुकान जहां खुलेआम बिकता है रेप का लाइव वीडियो, फिर भी कानून के लंबे हाथ से दूर हैं दरिंदे
काले धंधों का अड्डा ! ऐसी दुकान जहां खुलेआम बिकता है रेप का लाइव वीडियो, फिर भी कानून से दूर हैं दरिंदे Live video of rape in a shop
Live Video of Rape in a Shop
Live Video of Rape on dark web : नई दिल्ली। अंधेरे कमरे में फैला ऐसा मकड़जाल, जहां इंटरनेट पर काली करतूतों को अंजाम दिया जाता है। यह काली करतूतों का अड्डा कहीं और नहीं बल्कि इंटरनेट का सबसे डेंजर जोन का डार्क वेब है। यह वेब की एक ऐसी जगह है, जहां ड्रग्स, हथियार, अंडरवर्ल्ड, हैकिंग और गैरकानूनी जैसे काम होते हैं। सर्फेस वेब के मुकाबले डार्क वेब बिल्कुल अलग है।
आपने अब तक डार्क वेब पर मशीनगन से लेकर मिसाइल जैसे हथियारों और ड्रग्स जैसे MDMA, LSD, क्रिस्टल मेथ आदि की तस्करी के बारे में सुना होगा, लेकिन इसका एक स्याह चेहरा और भी है जो मासूम बच्चों को अपनी चपेट में लेकर उनकी जिंदगी तबाह कर रहा है।
डार्क वेब पर बच्चों के यौन शोषण का काला सच
Live Video of Rape on dark web : अंतररराष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार, पूरी दुनिया में बंधुआ मजदूरी से होने वाली कमाई का करीब 65% हिस्सा इन मजदूरों के यौन शोषण से आता है। इस धंधे की सालाना कमाई करीब 8 लाख करोड़ रुपए है। हर साल 18 साल के कम उम्र के 55 लाख बच्चों से जबरन मजदूरी कराई जाती है, जिनमें से 10 लाख बच्चे जबरदस्ती देह व्यापार में उतारे जाते हैं।
एक भयावह घटना
चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखने वाला एक एशियाई कस्टमर वीडियो फीड के जरिए डार्क वेब पर कनेक्ट होता है। अपनी कुंठाओं को पूरी करने के लिए वह एक डिमांड रखता है। इसमें वह 8 लोगों के एक ग्रुप को 8 साल की बच्ची से लाइव रेप करने का निर्देश देता है। वह महज 8 हजार रुपए देकर रियल टाइम में इस रेप का लाइव वीडियो देखता है। चूंकि इस घटना के वीडियो या फोटो उस इंसान को डाउनलोड करके भेजने के बजाए लाइव दिखाए जा रहे थे। इसलिए इन घटनाओं का कोई सबूत भी नहीं जुटाया जा सकता है।
एक ऐसी दुकान जहां सब कुछ बिकता है
Live Video of Rape on dark web : डार्क वेब एक ऐसी नर्सरी है जहां चाइल्ड पोर्नोग्राफी को प्रमोट किया जाता है। हार्ड कैंडी, जैलबेट, लोलिता सिटी, पेडोइंपायर, लव जोन, द फैमिली एलबम, किंडरगार्टन पोर्न आदि साइट्स डार्क वेब पर हैं जहां बच्चों के यौन शोषण से जुड़ी हर गतिविधि होती है।
इनमें से कई वेबसाइट्स ऐसी हैं जिनके एक लाख से अधिक मेंबर हैं। डार्क वेब पर ये मेंबर बच्चों के यौन शोषण से जुड़ी अपनी फैंटेसी की कहानियां बताते हैं और फोटो-वीडियो भी धड़ल्ले से शेयर करते हैं। यहां फोटो, वीडियो और किस्से; सभी कुछ बिकता है और खरीदारों की कमी भी नहीं है।
इस काले धंधे में भारत भी शामिल
महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत में भी ऑनलाइन सेक्स ट्रैफिकिंग का ट्रेंड बढ़ा है। इसे देखते हुए महाराष्ट्र और केरल में एक्शन लिए गए हैं। महाराष्ट्र में पायलट स्कीम के तहत टैक्टिकल रिस्पॉन्स अगेंस्ट साइबर चिल्ड्रन एक्सप्लॉयटेशन यूनिट बनाई गई है। वहीं, केरल में 2021 और जुलाई 2022 तक ऑनलाइन सेक्स ट्रैफिकिंग को लेकर 472 FIR दर्ज की गईं। इन मामलों में 67 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है।

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