शादी के बाद ज्यादा समय साथ नहीं रह पाते प्रेमी कपल्स, प्रेम विवाह वाले लेते हैं सबसे अधिक तलाक,SC की बड़ी टिप्पणी

Loved couples are not able to stay together : मामले में अपनी दलील दे रहे वकील ने कोर्ट को बताया कि जिस विवाह को लेकर विवाद हुआ वह प्रेम विवाह था। इसपर जस्टिस गवई ने कहा, "ज्यादातर तलाक लव मैरिज से ही हो रहे हैं।"

शादी के बाद ज्यादा समय साथ नहीं रह पाते प्रेमी कपल्स, प्रेम विवाह वाले लेते हैं सबसे अधिक तलाक,SC की बड़ी टिप्पणी

Fraud in Mukhyamantri Kanyadan Yojana

Modified Date: May 17, 2023 / 03:36 pm IST
Published Date: May 17, 2023 3:36 pm IST

Loved couples are not able to stay together : नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी से इस बात पर बहस शुरू हो गई है कि क्या प्रेम विवाह करने वाले जोड़े माता-पिता की मर्जी से शादी करने वालों की तुलना में अधिक समय तक साथ नहीं रह पाते। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को तलाक से जुड़े एक मामले में सुनवाई के दौरान कहा कि तलाक के अधिकतर मामले प्रेम विवाह से जुड़े होते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि लव मैरिज से तलाक की नौबत आ रही है। जस्टिस बीआर गवई और संजय करोल की पीठ ने यह टिप्पणी की। पीठ विवाह से जुड़े विवाद के मामले को ट्रांसफर किए जाने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी। मामले में अपनी दलील दे रहे वकील ने कोर्ट को बताया कि जिस विवाह को लेकर विवाद हुआ वह प्रेम विवाह था। इसपर जस्टिस गवई ने कहा, “ज्यादातर तलाक लव मैरिज से ही हो रहे हैं।”

कोर्ट ने मध्यस्थता की पेशकश की तो पति ने इसका विरोध किया। हालांकि, कोर्ट ने कहा कि हाल के एक फैसले के मद्देनजर महिला पति की सहमति के बिना भी उसे तलाक दे सकती है। इसके बाद बेंच ने मध्यस्थता का आह्वान किया और कहा कि पति-पत्नी को बातचीत कर अपने विवाद सुलझाना चाहिए।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com