नयी दिल्ली, पांच मार्च (भाषा) दिल्ली के लोगों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित करने को लेकर दिल्ली सरकार पर उपराज्यपाल वी के सक्सेना द्वारा निशाना साधे जाने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पलटवार किया और कहा कि सक्सेना एक संवैधानिक पद पर आसीन होने के बावजूद ‘‘विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं।’’
उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार की आलोचना सोमवार को संगम विहार, किराड़ी और बुराड़ी इलाकों के दौरे के बाद की।
सक्सेना ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘स्थानीय निवासियों के अनुरोध पर कल संगम विहार गया था। 9 साल के शिगूफों के बावजूद इलाके में रह रहे 20 लाख से ज्यादा लोग मूलभूत जनसुविधाओं से वंचित, नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। न सड़कें हैं, न सीवर, न कूड़े की सफाई।’’
सक्सेना ने अपने पोस्ट में कुछ तस्वीरें संलग्न करते हुए कहा कि बेतरतीब लटकते बिजली के तार खतरनाक हैं और उबड़-खाबड़ सड़क पर मेरे सामने ही रिक्शा पलटा और एक महिला घायल हुई। उन्होंने लिखा कि उफनती नालियाँ, कचरे के ढेर और सीवर के बदबूदार पानी से भरी गलियां, भारत की राजधानी में होंगी, देश इसकी कल्पना नहीं कर सकता। उन्होंने लिखा, ‘‘सभी सम्बंधित विभाग पूर्णतः दिल्ली सरकार के अधीन हैं और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) भी आपके तहत ही है। ऐसी ही स्थिति मैंने किराड़ी और बुराड़ी में भी देखी। मुख्यमंत्री से समस्याओं पर ध्यान देने का अनुरोध है।’’
उपराज्यपाल को जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव को अगले सात दिनों के भीतर उनके द्वारा बताई गई सभी क्षेत्रों की कमियों को दूर करने का आदेश दिया है। केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘मैं मुख्य सचिव को सात दिनों के भीतर इन सभी कमियों को दूर करने का आदेश दे रहा हूं। आप जो काम कर रहे हैं, वह विपक्ष को करना चाहिए था। विपक्ष का काम सत्ता पक्ष की कमियों को उजागर करना है।’’
उन्होंने लिखा, ‘दुर्भाग्य से, आज विपक्ष (भाजपा) के सभी सात सांसद राजनीति से संन्यास लेने में व्यस्त हैं और आठ विधायक गहरी नींद में सो रहे हैं। यही कारण है कि पिछले 26 वर्षों से दिल्ली की सत्ता भाजपा से दूर है।’
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि ”संवैधानिक पद पर रहने के बावजूद” उपराज्यपाल ”विपक्ष की भूमिका निभाने को मजबूर हैं।”
उन्होंने कहा कि ‘सेवाएं’ और ‘सतर्कता’ उपराज्यपाल के अधिकार क्षेत्र में आती है और कहा कि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को ‘निलंबित किया जाना चाहिए।’’
केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘यदि यह मेरे अधीन होता, तो मैं न केवल ऐसे लापरवाह अधिकारियों को तुरंत निलंबित कर देता, बल्कि उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई भी करता कि कोई अन्य अधिकारी इस तरह की लापरवाही करने की हिम्मत नहीं कर पाता। मुझे उम्मीद है कि आप इन विभागों के सबसे वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत निलंबित करेंगे और उन्हें ऐसी सजा देंगे, जो मिसाल बने। दो करोड़ दिल्लीवासी आपकी कार्रवाई का इंतजार करेंगे।”
भाषा अमित दिलीप
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