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पन्ना (मध्यप्रदेश), 23 अक्टूबर (भाषा) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में गैर इरादतन हत्या के एक आरोपी को पकड़ने गए पुलिस दल पर ग्रामीणों ने पथराव किया और धारदार हथियारों से हमला कर दिया, जिसमें एक थाना प्रभारी और एक आरक्षक घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि बुधवार शाम हुए इस हमले के दौरान ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों से दो बंदूकें भी छीन ली थी, जिन्हें बाद में बरामद कर लिया गया।
प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए और कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव को गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। यादव राज्य के गृह मंत्री भी हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बन्दना सिंह चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ब्रजपुर थाना पुलिस का एक दल धरमपुर में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) के एक आरोपी पंचम सिंह यादव को गिरफ्तार करने गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस की टीम जब उसे गिरफ्तार कर लौट रही थी तभी आरोपी के परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और कुछ ग्रामीणों ने पथराव किया और फिर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले में ब्रजपुर थाना प्रभारी महेंद्र सिंह भदौरिया और आरक्षक राम निरंजन दास घायल हो गए।’’
उन्होंने कहा कि दोनों पुलिसकर्मियों को बेहतर इलाज के लिए सतना भेजा गया है।
चौहान ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पन्ना की पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचीं और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
उन्होंने बताया कि आरोपी यादव की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है और उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि उसे गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस घटना से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘‘गृहमंत्री मोहन यादव जी! पन्ना जिले में गैर इरादतन हत्या के आरोपी पंचम यादव ने 40-50 लोगों के साथ पुलिस दल पर कुल्हाड़ियों से हमला कर दिया। थानेदार और कांस्टेबल को बंधक बना लिया। हमले के बाद आठ पुलिसकर्मियों को हथियार छोड़कर, मौके से भागना पड़ा।’’
पटवारी ने सवाल किया कि पुलिस दल पर हमले का ऐसा दुस्साहस क्यों और अपराधियों को संरक्षण कौन दे रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘गृहमंत्री की जिद है, पद पर बने रहेंगे। लगता है कि मुख्यमंत्री भी लाचार हो चुके हैं। ‘डबल-रोल’ की ‘डबल-मिस्टेक’ कानून-व्यवस्था को ‘डबल-डैमेज’ कर रही है। जनता तो पहले ही पीड़ित थी, अब पुलिस भी पिट रही है।’’
पटवारी ने कहा, ‘‘कानून-व्यवस्था तभी सफल होगी, जब ‘सबसे-असफल’ गृहमंत्री इस्तीफा देंगे।’’
भाषा सं ब्रजेन्द्र मनीषा रंजन
रंजन