Maharashtra Number Game: पवार के साथ पॉवर गेम! अघाड़ी की गाड़ी से निकलने शिवसेना का 'महा'नाटक? |

Maharashtra Number Game: पवार के साथ पॉवर गेम! अघाड़ी की गाड़ी से निकलने शिवसेना का ‘महा’नाटक?

Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद कयासों और अटकलों का दौर जारी है। कयास लग रहे हैं कि महाराष्ट्र के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार के साथ कही पॉवर गेम नहीं हो रहा है? क्या बीजेपी के साथ सरकार बनाने के लिए शिवसेना का कोई बड़ा गेमप्लान तो नहीं है?

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:21 PM IST, Published Date : June 22, 2022/10:02 am IST

Maharashtra Political Crisis: मुंबई। यह बात अब साबित हो चुकी है कि राजनीति में न कोई शत्रु होता है और न कोई मित्र। महाराष्ट्र में जो सियासी उठापटक चल रही है उसके बाद एक बार फिर यही कहा जा रहा है। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अपनी ही सरकार से बगावत के बाद कयासों और अटकलों का दौर शुरू हो गया है। एक चर्चा यह भी चल रही है कि कहीं महाराष्ट्र के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार के साथ तो पॉवर गेम नहीं हो रहा है? क्या शिवसेना एक बार फिर अपने तीन दशक पुराने दोस्त के करीब आने के लिए ढाई साल पुरानी दुश्मनी को पीछे छोड़ देगी? क्या बीजेपी के साथ सरकार बनाने के लिए शिवसेना का कोई बड़ा गेमप्लान तो नहीं है? सोशल मीडिया पर ऐसी तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

उद्धव ठाकरे से फोन पर बात कराई

यह बातें इसलिए कही जा रही है क्यों कि एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ गठबंधन की रखी शर्त रखी है। एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद उन्हें मनाने की कोशिश जारी है। शिवसेना नेता मिलिंद नार्वेकर और रवि पाठक उन्हें मनाने के लिए सूरत पहुंचे। उद्धव ठाकरे से फोन पर बात कराई गई। बताया जा रहा है कि शिंदे ने पार्टी में वापस आने के लिए शर्त रख दी है। उनका कहना है कि शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी का साथ छोड़ बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाए।

read more: राष्ट्रपति चुनाव में राजग की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को केंद्र ने ‘जेड प्लस’ सुरक्षा मुहैया कराई

मिलिंद नार्वेकर को शिंदे से मिलने की इजाजत

Maharashtra Political Crisis: शिवसेना नेता मिलिंद नार्वेकर को एकनाथ शिंदे से सूरत के होटल में मिलने की इजाजत दी गई। इससे पहले गेट पर तैनात सिक्यॉरिटी ने उन्हें रोक दिया था। मिलिंद नार्वेकर के साथ महाराष्ट्र पुलिस के 15 जवान भी मौजूद थे। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यहां से स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। इससे पहले कांग्रेस के नेताओं को कर्नाटक में सरकार गिरने के समय बागी विधायकों से मिलने ही नहीं दिया गया था।

हिंदुत्व को लेकर बीजेपी अक्सर शिवसेना को घेरती आई

15 जून को शिवसेना नेता और कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे एक दिन के अयोध्या दौरे पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने राम लला और हनुमान गढ़ी के दर्शन किए थे। इससे पहले सरकार के 100 दिन पूरे दिन होने पर सीएम उद्धव ठाकरे भी सपरिवार अयोध्या जा चुके हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इसके पीछे शिवसेना का हिंदुत्व एजेंडा कार्ड भी है। हिंदुत्व को लेकर बीजेपी अक्सर शिवसेना को घेरती आई है। इन दिनों भी हिंदूवादी संगठन लाउडस्पीकर विरोध, हनुमान चालीसा पाठ के विवाद को लेकर शिवसेना पर सवाल उठा रहे हैं।

read more: Raipur Crime News : रायपुर समेत देश के कई शहरों में 50 करोड़ की धोखाधड़ी | एक गिरफ्तार, दूसरा फरार..

दोनों नेता लंबे अरसे बाद एक मंच पर

पिछले हफ्ते 14 जून को एक दिन के महाराष्ट्र पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सीएम उद्धव ठाकरे ने मंच शेयर किया। दोनों नेता लंबे अरसे बाद एक मंच पर नजर आए। तभी से महाराष्ट्र की राजनीति में सुगबुगाहट तेज हो गई थी। इस दौरान पीएम मोदी ने आदित्य ठाकरे के कंधे पर हाथ रखकर काफी देर बात की। यह तस्वीर चर्चा का विषय बनी थी और महाराष्ट्र की राजनीति में नई संभावनाएं बनती दिखीं।

कांग्रेस के एक उम्मीदवार को मिली मात

एमएलसी चुनाव में संख्याबल होते हुए भी महाविकास आघाड़ी सरकार के सभी 6 उम्मीदवार नहीं जीत पाए। कांग्रेस के एक उम्मीदवार को मात मिली और बीजेपी के सभी कैंडिडेट जीत गए। इसके बाद से ही क्रॉस वोटिंग की चर्चा तेज हो गई। इस बीच शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे कुछ विधायकों के साथ सूरत रवाना हो गए। एकनाथ शिंदे के इस कदम से महाराष्ट्र सरकार पर संकट मंडरा रहा है और अपने सहयोगियों के बीच शिवसेना की फजीहत हो रही है। फिर भी शिवसेना का बागियों के खिलाफ कोई सख्त कदम न उठाना सवाल खड़े कर रहा है। सिर्फ एकनाथ शिंदे को ही विधायक दल के नेता पद से हटाया गया है।

read more: पुलिस विभाग में कॉन्स्टेबल पदों निकली बंपर भर्ती, 8वीं पास भी कर सकते हैं आवेदन, ऐसे करें अप्लाई