मुंबई : Maharashtra Petrol-Diesel Crisis : ‘हिट एंड रन’ मामलों से संबंधित नए कानून के खिलाफ ट्रक चालकों के प्रदर्शन के दूसरे दिन मंगलवार को महाराष्ट्र में पेट्रोलियम उत्पादों की डिपो में आपूर्ति बाधित हुई। ईंधन की किल्लत की आशंका के बीच लोग बड़ी संख्या में पेट्रोल पंपों का रुख कर रहे हैं। एक अधिकारी ने कहा कि ट्रक चालकों ने राजधानी मुंबई, नागपुर, सोलापुर, धाराशिव, नवी मुंबई, पालघर, नागपुर, बीड, हिंगोली, छत्रपति संभाजीनगर, नासिक, गडचिरोली और वर्धा सहित महाराष्ट्र में विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया।
Maharashtra Petrol-Diesel Crisis : उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में पेट्रोल, डीजल, केरोसिन और एलपीजी सिलेंडरों को डीलर और उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंचाया जा सका क्योंकि इन उत्पादों को ले जाने वाले वाहनों के चालक ईंधन संयंत्र नहीं पहुंचे। अधिकारी ने कहा कि एलपीजी सिलेंडर और पेट्रोलियम उत्पाद वितरण प्रणाली से जुड़े सैकड़ों ट्रक और टैंकर मंगलवार दोपहर तक यहां माहुल क्षेत्र में एचपीसीएल और बीपीसीएल रिफाइनरी के सामने खड़े थे। पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति नहीं होने के कारण, ईंधन की कमी की आशंका के बीच मुंबई और अन्य शहरों में पेट्रोल पंपों पर वाहनों में ईंधन भरवाने के लिए लोगों की लंबी कतारें लग गईं।
औपनिवेशिक युग के भारतीय दंड संहिता की जगह लेने वाले भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) में प्रावधान है कि लापरवाही से गाड़ी चलाकर गंभीर सड़क दुर्घटना का कारण बनने वाले और पुलिस या प्रशासन के किसी भी अधिकारी को सूचित किए बिना भागने वाले वाहन चालकों को 10 साल तक की सजा या सात लाख रुपये का जुर्माना हो सकता है।
Maharashtra Petrol-Diesel Crisis : एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि जो चालक गलती से किसी व्यक्ति को टक्कर मार देता है और बाद में पुलिस को सूचित करता है या पीड़ित को नजदीकी अस्पताल ले जाता है, तो उस पर हाल में बनाए गए बीएनएस के कड़े प्रावधान के तहत मुकदमा नहीं चलाया जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि मंगलवार सुबह, ट्रक चालकों ने मुंबई में विक्रोली के पास ईस्टर्न एक्सप्रेस राजमार्ग को अवरुद्ध करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने हस्तक्षेप किया और कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया। माहुल इलाके में ट्रक चालकों के एक समूह ने नए प्रावधान के खिलाफ नारेबाज़ी की।
पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन, मुंबई के अध्यक्ष चेतन मोदी ने कहा कि सोमवार से ट्रक चालकों के आंदोलन के कारण पेट्रोल पंप पर ईंधन की आपूर्ति प्रभावित है।उन्होंने कहा, ‘‘पेट्रोल पंप पर कल से ईंधन की कमी होनी शुरू हो गयी है। अगर हमें ईंधन की आपूर्ति नहीं हुई तो ज्यादातर पंप में आज से पेट्रोल खत्म हो जाएगा।’’ मुंबई में करीब 200 पेट्रोल पंप हैं। मोदी ने कहा कि वह मुंबई में तेल विपणन कंपनियों के डिपो में गए, लेकिन पुलिस सुरक्षा के बावजूद चालक किसी भी ईंधन टैंकर को डिपो से नहीं जाने दे रहे थे। स्कूल बस एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल गर्ग ने से कहा कि कई पंप पर गाड़ियों में पेट्रोल भरवाने के लिए लंबी कतारें देखी गयीं। परिवाहकों के अनुसार, यह कुछ अति उत्साही ट्रक चालकों द्वारा शुरू किया स्वत: स्फूर्त आंदोलन था जो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए संदेशों से भड़क गए। उन्होंने बताया कि किसी ट्रक चालक संघ ने आधिकारिक रूप से किसी हड़ताल की घोषणा नहीं की है।
Maharashtra Petrol-Diesel Crisis : परिवाहकों के एक नेता बाबा शिंदे ने कहा कि ‘ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस’ ने देशभर के परिवाहकों की एक बैठक बुलायी है जिसमें भविष्य के कदम पर फैसला लिया जाएगा। ट्रक चालकों की हड़ताल से नागपुर में लोगों ने आनन-फानन में सोमवार रात से पेट्रोल पंप पर कतारें लगानी शुरू कर दी। नागपुर के जिलाधीश डॉ. विपिन इटनकर ने मंगलवार को लोगों से हड़बड़ाहट में ईंधन न खरीदने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोगों को अफवाहों के झांसे में नहीं आना चाहिए और अनावश्यक रूप से पेट्रोल पंप पर भीड़ नहीं लगानी चाहिए।
प्रदर्शन का समर्थन कर रहे शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के एक स्थानीय पदाधिकारी ने दावा किया कि ट्रक चालकों के ‘चक्का जाम’ के कारण नागपुर में मंगलवार को स्थानीय यातायात ठप रहा। महाराष्ट्र के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने सोमवार को सभी पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर हड़ताल और पेट्रोल, डीजल तथा एलपीजी सिलेंडर की सुचारू और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया है।
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