माझी ने ओडिशा को लेकर ‘नफरत फैलानी वाली’ टिप्पणियों के लिए ममता की आलोचना की

माझी ने ओडिशा को लेकर 'नफरत फैलानी वाली' टिप्पणियों के लिए ममता की आलोचना की

माझी ने ओडिशा को लेकर ‘नफरत फैलानी वाली’ टिप्पणियों के लिए ममता की आलोचना की
Modified Date: August 29, 2024 / 12:25 pm IST
Published Date: August 29, 2024 12:25 pm IST

भुवनेश्वर, 29 अगस्त (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने तटीय राज्य को लेकर कथित ‘नकारात्मक’ और ‘नफरत फैलानी वाली’ टिप्पणी करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की है।

कोलकाता के एक अस्पताल में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ कथित तौर पर बलात्कार और फिर उसकी हत्या की घटना का जिक्र करते हुए माझी ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी इस जघन्य अपराध की पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने के बजाय नफरत फैलानी वाली टिप्पणियां कर रही हैं।

कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छात्र संगठन की बुधवार को आयोजित रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा था, ‘अगर बंगाल में आग लगाई गई तो असम, पूर्वोत्तर, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी प्रभावित होंगे।’

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माझी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर बुधवार रात एक पोस्ट में कहा, ”ओडिशा एक शांतिपूर्ण राज्य है और इसके लोग जिम्मेदार हैं…आपको ओडिशा पर नकारात्मक, विभाजनकारी और संवेदनहीन टिप्पणी करने का अधिकार किसने दिया है? ओडिशा के लोग हमारे राज्य के प्रति ऐसी नफरत फैलाने वाली, नकारात्मक टिप्पणी तथा संवेदनहीन रवैये को स्वीकार नहीं करेंगे।”

उन्होंने बनर्जी से ऐसी टिप्पणियां करने से बचने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने पोस्ट में कहा, ”जघन्य अपराध की पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने की बजाय आप नफरत फैलानी वाली टिप्पणी कर रही हैं, जो देश के लिए खतरनाक हैं। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि इस तरह के बयान देने से बचें और शांत रहें।”

कोलकाता के सरकारी आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सेमिनार कक्ष में नौ अगस्त को प्रशिक्षु महिला चिकित्सक का शव मिला था।

इस घटना के बाद देशव्यापी प्रदर्शन शुरू हो गये और चिकित्सक के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग की जाने लगी।

माझी ने कहा, ”ममता बनर्जी एक महिला होते हुए भी अपने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा में विफल रही हैं। महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के बजाय आज वह देश को बांटने की कोशिश कर रही हैं। उनकी यह कोशिश कभी पूरी नहीं होगी, जनता इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।”

भाषा

प्रीति वैभव

वैभव


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