Leh Violence Update: लेह की हिंसा पर न्याय की बड़ी कार्रवाई… पीड़ितों के बयान करेंगे हकीकत का पर्दाफाश, आज से शुरू हो रही कार्यवाई
जांच स्थल पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा और विद्युत आपूर्ति, रखरखाव सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया है। सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय के माध्यम से जांच का व्यापक प्रचार भी किया जाएगा।
Leh Violence Update / Image Source: ANI News
- लेह हिंसा की न्यायिक जांच आज से शुरू हुई।
- सुरक्षा की जिम्मेदारी लेह के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है।
- न्यायिक प्रक्रिया के दौरान निगरानी के लिए विभागों को निर्देश दिए गए हैं।
Leh Violence Update: नई दिल्ली: लेह में हिंसा की घटनाओं के बाद आज से एक न्यायिक जांच शुरू हो गई है। इलाके में सभी की निगाहें अब जांच आयोग पर लगी हैं।आधिकारिक निर्देशों के अनुसार, विद्युत विकास विभाग को जांच के समय बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। किसी भी बाधा को रोकने के लिए आवश्यक मरम्मत या रखरखाव का काम करने के लिए संबंधित कनिष्ठ अभियंता को तैनात किया जायेगा।
इसके साथ ही, लेह के निर्माण प्रभाग के कार्यकारी अभियंता को मेलोंगथांग के एडीआर केंद्र में जांच कार्यवाही के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं करने का निर्देश दिया गया है। न्यायिक जांच के बारे में व्यापक जानकारी और प्रचार-प्रसार के लिए सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से भी सहयोग मांगा गया है।
पीड़ितों के बयान दर्ज होंगे
जांच के दौरान सभी पीड़ितों के बयान आयोग के सामने दर्ज किए जाएंगे। इससे हिंसा के असली कारण और इसके प्रभाव का पता लगेगा। पीड़ितों को अपना अनुभव शेयर करने का पूरा अवसर दिया जाएगा। आयोग की ये प्रक्रिया न्यायिक पारदर्शिता बनाए रखने और प्रभावित लोगों के विश्वास को मजबूत करने के उद्देश्य से की जा रही है।
उद्देश्य और महत्व
Leh Violence Update: लेह हिंसा की न्यायिक जांच का मुख्य मकसद घटनाओं के वास्तविक कारणों का पता लगाना और प्रभावित लोगों को न्याय दिलाना है। जांच से ये भी पता चलेगा कि भविष्य में ऐसे विवाद और हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए कौन-कौन से कदम उठाए जा सकते हैं।
जांच की शुरुआत और स्थान
जांच वैकल्पिक विवाद निवारण केंद्र, मेलोंगथांग में आयोजित की जा रही है। ये केंद्र विवाद समाधान और न्यायिक कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है। जांच आयोग की अध्यक्षता सेवानिवृत्त न्यायाधीश एमके हंजूरा करेंगे। उनकी उपस्थिति से उम्मीद जताई जा रही है कि जांच निष्पक्ष और प्रभावी होगी।

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