तिरुवनंतपुरम। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले एक मलयालम अभिनेता का एक विवादास्पद बयान सामने आया है। मलयालम फिल्म अभिनेता व बीजेपी समर्थक तुलसीधरन नायर (कोल्लम तुलसी) ने भाजपा के मार्च में कहा कि सबरीमाला मंदिर में आने वाली महिलाओं के दो टुकड़े कर देने चाहिए। यह मार्च सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के खिलाफ निकाला गया था जिसमें हर उम्र की महिलाओं को सबरीमाला मंदिर में जाने की अनुमति दी गई थी।
मलयालम अभिनेता कोल्लम तुलसी ने इस दौरान कहा, ‘जो महिलाएं सबरीमाला जाती हैं उनके दो टुकड़े कर देने चाहिए और एक टुकड़े को दिल्ली भेज देना चाहिए जबकि दूसरे को मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर फेंक देना चाहिए’। यह बयान उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के समक्ष ही दिया जो कि इस मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। प्रदेश भाजपा प्रमुख पीएस श्रीधरन पिल्लई ने तुलसी की इस टिप्पणी से खुद को अलग करते हुए इसे उनका व्यक्तिगत विचार बताया।
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श्रीधरन ने आगे कहा कि ‘कोल्लम तुलसी एक सिने अभिनेता हैं, जो स्थानीय अयप्पा मंदिर के प्रतिनिधि के रूप में अपना पक्ष रखने आए थे। हम यह नहीं बता सकते कि आयोजनों में वक्ताओं को कैसे और क्या बोलना चाहिए। बीजेपी का उनके विचारों से सहमत होना जरूरी नहीं है’। उन्होंने कहा कि ‘जब कोई ऐसे माहौल में बोलता है तो शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर और सीमा में रहकर करना होता है। हमें भी इसे आंदोलन की भावना में देखना होगा’।
वहीं, अभिनेता तुलसी ने बाद में अपने बयान के लिए माफी मांगते हुए कहा कि ‘वह किसी को आहत नहीं करना चाहते थे’। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर यह विरोध मार्च पांडलम से शुरू हुआ है और 16 अक्टूबर को राज्य की राजधानी में सचिवालय तक जाकर समाप्त होगा।
वेब डेस्क, IBC24