कोलकाता, आठ दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देशभर में उड़ानों में व्यवधान के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराते हुए सोमवार को कहा कि यात्री इस मुद्दे को लेकर अदालत भी जा सकते हैं।
बनर्जी ने उत्तर बंगाल के आधिकारिक दौरे पर रवाना होने से पहले कोलकाता हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा कि केंद्र की योजना के अभाव के कारण स्थिति बिगड़ी है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘उड़ानें उपलब्ध नहीं होने के कारण लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मेरा मानना है कि यह स्थिति पूरी तरह से योजना के अभाव के कारण उत्पन्न हुई है। यह एक आपदा है। इसके लिए केंद्र जिम्मेदार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें पहले ही वैकल्पिक व्यवस्था कर लेनी चाहिए थी। मुझे तो लगता है कि यात्री इस मामले में अदालत भी जा सकते हैं।’’
बनर्जी ने कहा कि इंडिगो द्वारा उड़ानें रद्द करने के बाद, यात्रियों को अन्य परिवहन साधनों से यात्रा करने के लिए कहा जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह कैसे संभव है? हवाई जहाज से दो घंटे का सफर ट्रेन से 24 से 36 घंटे में पूरा होता है। और फिर आपको पहले से टिकट और आरक्षण करवाना पड़ता है। कुल मिलाकर, इससे यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार जन कल्याण पर ध्यान देने के बजाय चुनावों में व्यस्त रहती है।
बनर्जी ने कहा, ‘‘केंद्र हमेशा चुनावों के बारे में सोचता है; हम लोगों के बारे में सोचते हैं। इसलिए हम यात्रियों की परेशानी को लेकर बेहद चिंतित हैं।’’
पिछले कुछ दिनों से देश भर के हवाई अड्डों पर यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रतिदिन लगभग 2,300 उड़ानें संचालित करने वाली इंडिगो सैकड़ों उड़ानें रद्द कर रही है क्योंकि उसे पर्याप्त चालक दल की व्यवस्था करने में कठिनाई हो रही है।
विमानन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने संकटग्रस्त एयरलाइन को अपने परिचालन को सामान्य बनाने में मदद के लिए कई छूट प्रदान की हैं।
भाषा अमित नरेश
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