बंगाल में ‘ममता कार्ड’ मायने रखता है, मोदी का ‘राम कार्ड’ नहीं: पार्थ चटर्जी

बंगाल में 'ममता कार्ड' मायने रखता है, मोदी का 'राम कार्ड' नहीं: पार्थ चटर्जी

बंगाल में ‘ममता कार्ड’ मायने रखता है, मोदी का ‘राम कार्ड’ नहीं: पार्थ चटर्जी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:08 pm IST
Published Date: February 14, 2021 1:02 pm IST

कोलकाता, 14 फरवरी (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने रविवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में ‘जनता कार्ड’ और ‘ममता कार्ड’ मायने रखता है ‘राम कार्ड’ नहीं, जिसके बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बात की थी।

ममता बनर्जी मंत्रिमंडल में वरिष्ठ मंत्री चटर्जी ने दावा किया कि भाजपा नेता टीएमसी सरकार द्वारा उठाए गए कल्याणकारी कदमों के सामने जमीन को खो रहे हैं और अब वे बयानबाजी में जुट गए हैं, जिनका चुनाव पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

उन्होंने कोलकाता में टीएमसी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”प्रधानमंत्री ने ‘राम कार्ड’ की बात की, लेकिन पश्चिम बंगाल में विकास का ‘जनता कार्ड’ और ‘ममता कार्ड’ मायने रखता है।”

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मोदी ने एक सप्ताह पहले बंगाल के हल्दिया में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि टीएमसी सरकार ने बीते दस साल में कई गलत काम किये और अप्रैल मई में होने वाले विधानसभा चुनाव में उसे ‘राम कार्ड’ दिखाने का समय आ गया है।

भाषा जोहेब दिलीप

दिलीप


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