हरियाणा में कलेक्टर दरों में ‘भारी वृद्धि’ से आम आदमी का घर का सपना चकनाचूर हो जाएगा: कांग्रेस

हरियाणा में कलेक्टर दरों में ‘भारी वृद्धि’ से आम आदमी का घर का सपना चकनाचूर हो जाएगा: कांग्रेस

हरियाणा में कलेक्टर दरों में ‘भारी वृद्धि’ से आम आदमी का घर का सपना चकनाचूर हो जाएगा: कांग्रेस
Modified Date: August 3, 2025 / 07:15 pm IST
Published Date: August 3, 2025 7:15 pm IST

चंडीगढ़, तीन अगस्त (भाषा) संपत्ति पंजीकरण के लिए कलेक्टर दरों में ‘‘भारी वृद्धि’’ को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कांग्रेस ने रविवार को दावा किया कि इससे आम आदमी का घर का सपना चकनाचूर हो जाएगा।

राज्य सरकार ने कुछ विपक्षी नेताओं के इन दावों को भ्रामक बताते हुए खारिज किया है जिनमें कलेक्टर दरों (सर्किल रेट) में 130 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की बात कही गई है।

कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘एक अनुमान के अनुसार, कलेक्टर दरों में वृद्धि से हरियाणा के लोगों पर सालाना 5,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा… कलेक्टर दरों में भारी वृद्धि आम आदमी के घर का सपना चकनाचूर कर देगी।’’

 ⁠

उन्होंने बढ़ी हुई दरों को वापस लेने की मांग करते हुए कहा, ‘‘जमीन, मकान और फ्लैट महंगे हो जाएंगे।’’ सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि कलेक्टर दर में अचानक वृद्धि के पीछे सरकार और बिल्डरों के बीच सांठगांठ जिम्मेदार है।

कलेक्टर दर वह न्यूनतम मूल्य है जिस पर संपत्ति को सरकारी रिकॉर्ड में पंजीकृत किया जा सकता है और संपत्ति खरीदते समय भुगतान किया जाने वाला पंजीकरण शुल्क एवं स्टाम्प शुल्क इन्हीं दरों पर आधारित होता है।

सरकार ने कहा है कि राज्य के 70 प्रतिशत से अधिक हिस्से में कलेक्टर दर में मात्र 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

सुरजेवाला ने दावा किया, ‘‘यदि पिछले पांच वर्षों का आकलन किया जाए तो सरकार ने भूखंड, मकान, फ्लैट, व्यावसायिक संपत्ति, दुकानों और कृषि भूमि का कलेक्टर रेट 50 प्रतिशत से लेकर 250 प्रतिशत तक बढ़ाया है।’’

भाषा संतोष नेत्रपाल

नेत्रपाल


लेखक के बारे में