NCERT की किताब से हटाया गया देश के पहले शिक्षा मंत्री का नाम, जम्मू-कश्मीर का ये मामला भी छिपाया
Maulana Azad reference removed from NCERT textbook पॉलिटिकल साइंस की नई किताब में शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद का नाम हटा दिया गया है।
Maulana Azad reference removed from NCERT textbook
Maulana Azad reference removed from NCERT textbook : नई दिल्ली। एनसीईआरटी के सिलेबस में बदलाव के नए-नए मामले समाने आ रहे हैं। महात्मा गांधी से जुड़ी जानकारी 12वीं की किताब से हटाने के बाद अब पता चला है कि NCERT ने 11वीं क्लास की पॉलिटिकल साइंस की नई किताब में देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद का नाम हटा दिया गया है।
Read more: प्रिंसिपल पर लगा छेड़छाड़ का आरोप, इस बहाने छात्राओं के साथ करता था गंदी हरकत…
नए संशोधन में किए गए इस तरह के बदलाव
इसके अलावा नई किताब से जम्मू-कश्मीर द्वारा अनुच्छेद-370 को सुरक्षित रखने के पहलू को भी हटा दिया गया। हाल ही में केंद्र सरकार ने मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप (MANF) बंद करने का भी ऐलान किया था। जानकारी के मुताबिक पॉलिटिकल साइंस की नई किताब के पहले चैप्टर से संविधान सभा समिति की बैठकों में शामिल होने वाले सदस्यों में से मौलाना आजाद का नाम हटा दिया है। नए संशोधन के बाद अब उस लाइन को लिख गया गया है- “आमतौर पर, जवाहरलाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, सरदार पटेल या बी.आर. अम्बेडकर ने संविधान सभा की समितियों की अध्यक्षता की।
जानिए नई किताब में और क्या—क्या किए गए बदलाव
जम्मू-कश्मीर वाला पैराग्राफ भी गायब
रिपोर्ट के मुताबिक, नई किताब के 10वें चैप्टर में जम्मू-कश्मीर से जुड़ी जानकारी भी हटाई गई है। NCERT की किताबों में महात्मा गांधी, नाथूराम गोडसे और RSS से जुड़ी कुछ जानकारियों को भी हटा दिया गया है।
मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप भी बंद
Maulana Azad reference removed from NCERT textbook : केंद्र सरकार ने हाल ही में मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप (MANF) बंद करने का भी ऐलान किया था। यह फेलोशिप 2009 में देश के सभी धार्मिक अल्पसंख्यक छात्रों के लिए शुरू की गई थी, उसे बंद करने की वजह बताते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 8 दिसंबर को लोकसभा में बताया था कि MANF स्कीम केंद्र सरकार की कई दूसरी स्कीम्स से ओवरलैप हो रही थी।
हिंदू-मुस्लिम से जुड़े संवेदनशील मामलों को भी हटाया गया
- हिंदू-मुस्लिम एकता के उनके दृढ़ प्रयास ने हिंदू चरमपंथियों को इतना उकसाया कि उन्होंने गांधी जी की हत्या के कई प्रयास किए।
- गांधी उन लोगों द्वारा विशेष रूप से नापसंद थे जो चाहते थे कि हिंदू बदला लें या जो चाहते थे कि भारत हिंदुओं के लिए एक देश बने, ठीक वैसे ही जैसे पाकिस्तान मुसलमानों के लिए था।
- ये सारी बातें 12वीं की राजनीतिक विज्ञान की किताब में पढ़ाई जा रही थीं लेकिन इस साल से नहीं पढ़ाई जाएंगी। साथी ही 12वीं की ही इतिहास की किताब में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। इस किताब में महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे के बारे में कुछ जानकारियां हटाई गई हैं।

Facebook



