मिजोरम की विलक्षण बाल गायिका एस्थर हनामते को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार

मिजोरम की विलक्षण बाल गायिका एस्थर हनामते को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार

मिजोरम की विलक्षण बाल गायिका एस्थर हनामते को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
Modified Date: December 26, 2025 / 04:27 pm IST
Published Date: December 26, 2025 4:27 pm IST

आइजोल, 26 दिसंबर (भाषा) मिजोरम की विलक्षण बाल गायिका एस्थर लालदुहावमी हनामते को शुक्रवार को संगीत और सांस्कृतिक क्षेत्र में उपलब्धियों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

एस्थर हनामते के नाम से विलक्षण नौ वर्षीय गायिका ने दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किया। हनामते के माता-पिता ने खुशी व्यक्त की और ईश्वर एवं उन सभी लोगों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनकी बेटी को राष्ट्रीय स्तर पर यह सम्मान दिलाने में मदद व प्रेरणा दी।

हनामते की मां आर. ललावम्पुई ने पत्रकारों से कहा, “भले ही हमारी शुरुआत बहुत साधारण रही हो लेकिन ईश्वर की कृपा और सहायता अद्भुत है। न केवल हम (माता-पिता) बल्कि कई अन्य लोगों ने भी हनामते की सफलता की कहानी में योगदान दिया है, जब से उसने तीन साल की उम्र में अपने गायन करियर की शुरुआत की थी ।”

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उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए ऐतिहासिक होने के साथ-साथ आश्चर्यजनक क्षण भी है क्योंकि कई युवा प्रतिभाएं हैं, जो हमारी बेटी से कहीं अधिक इस पुरस्कार की हकदार हैं।”

इस बीच, मिजोरम के राज्यपाल विजय कुमार सिंह ने हनामते को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित होने पर बधाई दी।

सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “यह मिजोरम और राष्ट्र के लिए अत्यंत गर्व का क्षण है। हम आपके निरंतर सफलता और उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।”

उन्होंने कहा कि बाल प्रतिभा एस्थर हनामते वास्तव में राष्ट्रीय गौरव और सांस्कृतिक सद्भाव का प्रतीक हैं, जो उन्हें विकसित भारत के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनाती हैं।

सिंह ने कहा, “मां तुझे सलाम’, ‘वंदे मातरम्’ और कई अन्य देशभक्ति गीतों की उनकी भावपूर्ण प्रस्तुति ने देश भर में लाखों दिलों को छुआ है, देशभक्ति की गहरी भावना को प्रेरित किया है और भारत की विविधता में एकता का सुंदर उत्सव मनाया है। इतनी कम उम्र में, एस्थर हनामते वास्तव में राष्ट्रीय गौरव और सांस्कृतिक सद्भाव का प्रतीक हैं, जो उन्हें विकसित भारत के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनाती हैं।”

दक्षिण मिजोरम के लुंगलेई कस्बे की रहने वाली हनामते ने तीन साल की उम्र में गाना शुरू किया और मुख्य रूप से गिरजाघरों और अन्य समारोहों में प्रस्तुति दी।

एस्थर हनामते को उस समय व्यापक पहचान मिली, जब एआर रहमान द्वारा गाए गए ‘वंदे मातरम्’ के उनके वीडियो को मिजोरम के पूर्व मुख्यमंत्री जोरमथांगा और बाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अक्टूबर 2020 में साझा किया तथा यह गीत वायरल हो गया।

अगस्त 2021 में, हनामते ने ‘जन गण मन’ नामक एक संगीत वीडियो यूट्यूब पर जारी किया, जिसमें असम राइफल्स ने भी भाग लिया था।

वीडियो को एक सप्ताह के भीतर 30 लाख बार देखा गया और अब तक इसे 5.60 करोड़ बार देखा जा चुका है।

भाषा जितेंद्र माधव

माधव


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