मिजोरम: मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष ने क्रिसमस के दौरान ईसाइयों पर हमलों की निंदा की

मिजोरम: मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष ने क्रिसमस के दौरान ईसाइयों पर हमलों की निंदा की

मिजोरम: मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष ने क्रिसमस के दौरान ईसाइयों पर हमलों की निंदा की
Modified Date: December 28, 2025 / 08:57 pm IST
Published Date: December 28, 2025 8:57 pm IST

आइजोल, 28 दिसंबर (भाषा) मिजोरम के गृह मंत्री के. सपडांगा और कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष लाल थानजारा समेत अन्य नेताओं ने देश के विभिन्न हिस्सों में ईसाई समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाकर किए गए हमलों और क्रिसमस समारोह को बाधित करने के कथित प्रयासों की रविवार को कड़ी निंदा की।

सपडांगा ने असम के नलबाड़ी जिले के सेंट मैरी स्कूल में हुई घटना पर चिंता व दुख व्यक्त किया, जहां एक कट्टरपंथी संगठन के कार्यकर्ताओं ने स्कूल में कथित तौर पर जबरन घुसकर क्रिसमस की सजावट को तोड़ दिया और क्रिसमस की पूर्व संध्या पर समारोह में खलल डाला।

ईसाई बहुल राज्य मिजोरम के गृह मंत्री ने एक बयान में कहा, “ऐसे कृत्य धर्मनिरपेक्षता की भावना के विरुद्ध हैं और हमारे लोकतांत्रिक ढांचे में इनकी कोई जगह नहीं है। इनकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए।”

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सपडांगा ने क्रिसमस को शांति, सद्भावना व करुणा का समय बताते हुए कहा कि सांप्रदायिक सद्भाव को भंग करने व लोगों में भय पैदा करने का कोई भी प्रयास अत्यंत दुखद और अस्वीकार्य है।

उन्होंने घटना में शामिल दोषियों को पकड़ने के लिए असम के अधिकारियों की त्वरित प्रतिक्रिया और कड़ी कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने कहा, “कानून का शासन कायम रहना चाहिए और दोषियों को उचित कानूनी सजा मिलनी चाहिए।”

सपडांगा ने सभी धार्मिक समुदायों के लोगों से आपसी सम्मान, एकता और समझ बनाए रखने की अपील भी की।

मिजोरम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) ने क्रिसमस के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में ईसाइयों पर कथित हमलों, त्योहार की सजावट में तोड़फोड़ और क्रिसमस कैरोल के संचालन में बाधा डालने की घटनाओं की निंदा की।

कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष लाल थानजारा ने एक बयान में इन घटनाओं के लिए भाजपा को दोषी ठहराते हुए कहा, “भाजपा के शासन में धर्मनिरपेक्षता को सुनियोजित तरीके से कुचला जा रहा है।”

उन्होंने राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियों से ईसाइयों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में भाजपा से संबंध तोड़ने और समर्थन वापस लेने का आह्वान किया।

भाषा जितेंद्र नरेश

नरेश


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