मोदी सरकार कृषि कानूनों का विकल्प नहीं दे पाई, संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा- हम ‘असली’ मुद्दे उठा रहे हैं

मोदी सरकार कृषि कानूनों का विकल्प नहीं दे पाई, संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा- हम ‘असली’ मुद्दे उठा रहे हैं

मोदी सरकार कृषि कानूनों का विकल्प नहीं दे पाई, संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा- हम ‘असली’ मुद्दे उठा रहे हैं
Modified Date: November 29, 2022 / 07:47 pm IST
Published Date: February 10, 2021 8:08 pm IST

नई दिल्ली, 10 फरवरी (भाषा) । संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बुधवार को कहा कि किसान इसलिए अब भी आंदोलन कर रहे हैं क्योंकि केन्द्र सरकार के मंत्री तीन नये कृषि कानूनों का कोई ‘विकल्प’ पेश करने में विफल रहे है।
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एसककेएम दिल्ली की सीमाओं पर केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहा हैं।

लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन पर एसकेएम नेता दर्शन पाल ने कहा कि किसान संगठन के नेता किसानों के ‘असली’ मुद्दे उठा रहे हैं।

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पाल ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘आंदोलन इसलिए जारी है क्योंकि 11 दौर की बातचीत के बाद भी मोदी सरकार के मंत्री नये कानूनों या न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कोई ठोस विकल्प सामने नहीं ला पाये।’’

 


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