संसद का मानसून सत्र ‘विजयोत्सव’ की तरह, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता ऐतिहासिक : प्रधानमंत्री मोदी

संसद का मानसून सत्र ‘विजयोत्सव’ की तरह, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता ऐतिहासिक : प्रधानमंत्री मोदी

संसद का मानसून सत्र ‘विजयोत्सव’ की तरह, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता ऐतिहासिक : प्रधानमंत्री मोदी
Modified Date: July 21, 2025 / 12:47 pm IST
Published Date: July 21, 2025 12:47 pm IST

नयी दिल्ली, 21 जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पूर्व, इसे ‘विजयोत्सव’ करार देते हुए कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सौ प्रतिशत लक्ष्यों को प्राप्त किया। साथ ही प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि संसद सदस्य एक स्वर में इस गौरवपूर्ण भावना को व्यक्त करेंगे।

मानसून सत्र शुरू होने से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत का पक्ष विभिन्न देशों में रखने गए बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों की सराहना की और कहा कि उन्होंने ‘आतंकवाद के आका’ पाकिस्तान को बेनकाब किया।

संसद का मानसून सत्र सोमवार (21 जुलाई) से आरंभ हुआ और 21 अगस्त तक इसकी कुल 21 बैठकें प्रस्तावित हैं।

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मोदी ने कहा, ‘‘यह मानसून सत्र एक ‘विजयोत्सव’ है क्योंकि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति और सामर्थ्य को देखा। भारतीय सेनाओं ने इस ऑपरेशन में निर्धारित सभी लक्ष्यों को सौ प्रतिशत हासिल किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर के तहत, भारतीय सशस्त्र बलों ने मात्र 22 मिनट में आतंकवादियों को मार कर उनके ठिकानों को जमींदोज कर दिया।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने बिहार में कहा था कि बहुत कम समय में ही भारत की सैन्य ताकत दिखाई दे गई और ‘मेड इन इंडिया’ के तहत देश में निर्मित सैन्य क्षमताओं की ओर दुनिया का ध्यान गया है।

उन्होंने विश्वास जताया कि मानसून सत्र के दौरान सभी सांसद एकता और विजय की भावना के साथ भारत की सैन्य शक्ति, जन-प्रेरणा और ‘मेड इन इंडिया’ रक्षा क्षमताओं को मजबूती देने वाले इस भाव को मुखरता से प्रस्तुत करेंगे।

मोदी ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इसने पूरी दुनिया को झकझोर दिया और आतंकवाद तथा उसके केन्द्र की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित किया।

जम्मू कश्मीर के पहलगाम की बैंसरन घाटी में हुए हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।

प्रधानमंत्री ने माओवाद और नक्सलवाद के खिलाफ अपनी सरकार की निर्णायक कार्रवाई का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘लाल गलियारे अब हरित विकास क्षेत्रों में बदल रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘देश में लंबे समय से नक्सलवाद रहा, लेकिन आज नक्सलवाद और माओवाद सिकुड़ रहा है और कल तक जो ‘‘रेड कॉरिडोर’’ थे वह आज ‘‘ग्रीन, ग्रोथ जोन’’ में परिवर्तित हो रहे हैं। सुरक्षा बल नक्सलवाद के उन्मूलन के लक्ष्य के साथ नए उत्साह के साथ आगे बढ़ रहे हैं।’’

मोदी ने कहा, ‘‘मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि देश के कई जिले अब नक्सलवाद की पकड़ से बाहर आ चुके हैं और स्वतंत्रता की सांस ले रहे हैं। हमारा संविधान जीत रहा है।’’

प्रधानमंत्री ने पिछले 11 वर्षों में हुए आर्थिक बदलाव का उल्लेख करते हुए कहा कि जब उनकी सरकार ने कार्यभार संभाला था तब भारत कमजोर पांच अर्थव्यवस्था में शामिल था, लेकिन आज देश तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत आज दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। कभी देश में महंगाई दर दोहरे अंकों में थी लेकिन आज यह दो फीसद के आसपास आ चुकी है और आम आदमी को राहत मिली है।’’

प्रधानमंत्री ने भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष अभियान का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘पहली बार भारत का तिरंगा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर लहराया, यह देश के हर नागरिक के लिए गर्व का क्षण है। प्रगति की राह में आगे बढ़ रहे देश में विज्ञान के प्रति उमंग एवं उत्साह है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदन एक स्वर में इस उपलब्धि की सराहना करेंगे।’’

मोदी ने कहा कि पिछले एक दशक में देश में शांति और विकास एक साथ आगे बढ़ रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की विकास यात्रा एवं प्रगति को बल देने वाले तथा नागरिकों के हितों से जुड़े अनेक विधेयक प्रस्तावित हैं और इस सत्र में उन्हें चर्चा कर पारित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘सभी दलों का अलग-अलग एजेंडा है लेकिन दल हित में मत भले ही न मिलें, लेकिन देश हित में मन जरूर मिलें।’’

मोदी ने कहा ‘‘देश ने एकता की ताकत देखी है और यह देखा है कि एक स्वर का सामर्थ्य क्या होता है। संसद में भी यही बात नजर आनी चाहिए।’’

भाषा मनीषा वैभव

वैभव


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