जयपुर, 15 अप्रैल (भाषा) राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी और नेशनल हेराल्ड की 661 करोड़ रुपये कीमत की संपत्तियों को कब्जे में लेने की कार्रवाई लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास है। उन्होंने कहा,‘‘भाजपा सरकार की मंशा है कि ऐसे प्रयासों से वह धीरे-धीरे कांग्रेस को आर्थिक रूप से अक्षम बना दे।’’
गहलोत ने ‘एक्स’ पर लिखा,‘‘मोदी सरकार की एजेंसी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) द्वारा कांग्रेस पार्टी और नेशनल हेराल्ड की 661 करोड़ रुपये कीमत की संपत्तियों को कब्जे में लेने की कार्रवाई लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास है।’’ उन्होंने लिखा,‘‘भाजपा सरकार की मंशा है कि ऐसे प्रयासों से वह धीरे-धीरे कांग्रेस को आर्थिक रूप से अक्षम बना दे। लोकसभा चुनाव से पहले आयकर विभाग के जरिये कांग्रेस के बैंक खातों को सील कर ऐसा प्रयास किया गया था। पहले आईटी (आयकर विभाग) और अब ईडी की ये कार्रवाई निंदनीय है।’
कांग्रेस नेता ने लिखा कि नेशनल हेराल्ड केस को अब पांच साल से भी अधिक का समय हो गया है। ईडी कांग्रेस के खिलाफ तो गैर-कानूनी रूप से कार्रवाई कर रही है। गहलोत के अनुसार भाजपा को मिले चुनावी बॉन्ड में साफ तौर पर कंपनियों से अवैध वसूली के सबूत मिले परन्तु ईडी ने किसी भाजपा नेता को एक नोटिस तक नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार रॉबर्ट वाद्रा को बार-बार पूछताछ के लिए बुलाकर ‘मीडिया ट्रायल’ किया गया। गहलोत के अनुसार,‘‘कांग्रेस एक जन आंदोलन की पार्टी है। ऐसी कार्रवाइयों से भाजपा सरकार और ईडी हमारे मनोबल को नहीं तोड़ सकती हैं।’’
भाषा पृथ्वी संतोष
संतोष
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