Prayagraj Violence Update: ‘हम चुप नहीं बैठेंगे…’ प्रयागराज हिंसा पर भड़के सांसद चंद्रशेखर आजाद, विरोध प्रदर्शन की दी चेतावनी

Prayagraj Violence Update: 'हम चुप नहीं बैठेंगे...' प्रयागराज हिंसा पर भड़के सांसद चंद्रशेखर आजाद, विरोध प्रदर्शन की दी चेतावनी

Prayagraj Violence Update: ‘हम चुप नहीं बैठेंगे…’ प्रयागराज हिंसा पर भड़के सांसद चंद्रशेखर आजाद, विरोध प्रदर्शन की दी चेतावनी

Prayagraj Violence Update/ Image Credit: ANI

Modified Date: June 30, 2025 / 04:39 pm IST
Published Date: June 30, 2025 4:34 pm IST
HIGHLIGHTS
  • प्रयागराज के यमुना नगर में हुए हिंसा पर भड़के सांसद चंद्रशेखर आजाद।
  • हिंसा को बताया साजिश।
  • कहा- इसकी सीबीआई जांच हो।

दिल्ली। Prayagraj Violence Update:  बीते दिनों प्रयागराज के यमुना नगर जोन के करछना थाना क्षेत्र में आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के बवाल हुआ। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में करीब 51 लोगों को हिरासत में ले लिया गया। वहीं अब इस मामले में सांसद चंद्रशेखर आजाद का बयान सामने आ रहा है। जिसमें उन्होंने कहा कि, “मुझे लगता है कि यह एक साजिश है और कौशांबी में हुई घटना से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया गया है। हमारे कार्यकर्ता संविधान में विश्वास रखते हैं और वे हिंसा में शामिल नहीं होते।

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उन्होंने कहा कि, आज कई पार्टियों के लोगों का नीला पटका पहनना आम बात हो गई है। मुझे नहीं पता कि, यह सब किसने किया, क्योंकि मैं वहां मौजूद नहीं था। मैं चाहता हूं कि, इसकी सीबीआई जांच हो ताकि सब कुछ स्पष्ट हो सके। अगर सरकार, पुलिस या प्रशासन जानबूझकर हमारे लोगों को निशाना बनाता है तो हम चुप नहीं बैठेंगे और लखनऊ में विरोध प्रदर्शन करेंगे।”

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पुलिस पर लगाए आरोप

Prayagraj Violence Update:  इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, मैं कल प्रयागराज गया था। मैं अपनी बेटी के लिए न्याय मांगने गया था, पाल समुदाय से, उसके परिवार के लिए न्याय मांगने गया था और एक अन्य घटना के लिए न्याय मांगने गया था, जिसमें अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति को गेहूं के खेत में मार दिया गया और जला दिया गया। लेकिन पुलिस ने मुझे गुमराह किया और मुझे इलाहाबाद सर्किट हाउस में रखा। उन्होंने कहा कि, वे कुछ समय में व्यवस्था करेंगे और मुझे भेज देंगे। मुझे नहीं पता कि, पुलिस ने मुझे क्यों नहीं जाने दिया। मैंने कहा कि, अगर आप मुझे नहीं ले जा रहे हैं, तो उन परिवारों को यहां बुलाएं। मुझे लगता है कि, शायद पुलिस और प्रशासन ने कुछ अपराध किए हैं, और उन्हें छिपाने के लिए, मुझे वहां जाने से रोका गया।


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