मुल्तानी गुमशुदगी मामला: पंजाब के पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी एसआईटी के समक्ष पेश हुए

मुल्तानी गुमशुदगी मामला: पंजाब के पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी एसआईटी के समक्ष पेश हुए

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  • Publish Date - October 26, 2020 / 11:40 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:15 PM IST

चंडीगढ़, 26 अक्टूबर (भाषा) पंजाब के पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी सोमवार को बलवंत सिंह मुल्तानी गुमशुदगी मामले में पंजाब पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष पेश हुए।

सैनी को समन भेजकर मोहाली में मटौर पुलिस थाने में जांच के सिलसिले में बुलाया गया था। वह सुबह करीब 11 बजे पुलिस थाने पहुंचे और करीब डेढ़ बजे वहां से निकले।

मीडियाकर्मियों के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘किसी और वक्त इस बारे में विस्तार से बात करूंगा।’’

इससे पहले पूर्व डीजीपी 28 सितंबर को एसआईटी के समक्ष पेश हुए थे। हालांकि 30 सितंबर को वह पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुई थे।

वर्ष 1991 में मुल्तानी के लापता होने के मामले में सैनी के खिलाफ इस वर्ष मई में मामला दर्ज किया गया था।

मुल्तानी चंडीगढ़ औद्योगिक एवं पर्यटन निगम में कनिष्ठ अभियंता थे।

उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में सैनी को गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण प्रदान किया है।

मुल्तानी गुमशुदगी मामले में चंडीगढ़ के दो पूर्व पुलिस अधिकारी, जो मामले में सह-आरोपी भी हैं, के सरकारी गवाह बनने के बाद पुलिस ने प्राथमिकी में हत्या की धारा भी जोड़ दी है।

सैनी 1991 में चंडीगढ़ में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक थे, उन पर आतंकवादी हमला हुआ था जिसके सिलसिले में पुलिस ने मोहाली निवासी मुल्तानी को पकड़ा था। बाद में पुलिस ने दावा किया कि मुल्तानी गुरदासपुर में पुलिस हिरासत से भाग गए।

मुल्तानी के भाई पलविंदर सिंह मुल्तानी की शिकायत पर सैनी तथा छह अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

भाषा

मानसी पवनेश

पवनेश