मुरलीधरन ने केरल मंत्रिमंडल के ‘नेटिविटी कार्ड’ संबंधी फैसले की वैधता पर सवाल उठाया

मुरलीधरन ने केरल मंत्रिमंडल के ‘नेटिविटी कार्ड’ संबंधी फैसले की वैधता पर सवाल उठाया

मुरलीधरन ने केरल मंत्रिमंडल के ‘नेटिविटी कार्ड’ संबंधी फैसले की वैधता पर सवाल उठाया
Modified Date: December 25, 2025 / 08:13 pm IST
Published Date: December 25, 2025 8:13 pm IST

तिरुवनंतपुरम, 25 दिसंबर (भाषा) भाजपा के वरिष्ठ नेता वी मुरलीधरन ने बृहस्पतिवार को केरल मंत्रिमंडल द्वारा स्थायी एवं फोटो युक्त ‘नेटिविटी कार्ड’ जारी करने के निर्णय की कानूनी वैधता पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि यह कदम अनावश्यक और ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ है।

बुधवार को मंत्रिमंडल द्वारा दी गई सैद्धांतिक मंजूरी पर प्रतिक्रिया देते हुए, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरलीधरन ने कहा कि नागरिकता निर्धारित करने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है। उन्होंने पूछा कि जब आधार कार्ड में पहले से ही व्यापक व्यक्तिगत जानकारी मौजूद है, तो राज्य को एक और पहचान पत्र लाने की क्या आवश्यकता है।

भाजपा नेता ने कहा, ‘‘इस नेटिविटी कार्ड के पीछे रहस्य छिपा है।’’

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उन्होंने कहा कि इस कदम से गंभीर कानूनी और संवैधानिक प्रश्न उठते हैं।

मुरलीधरन ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन और उनके सहयोगियों पर इस परियोजना के माध्यम से चुनाव के लिए धन प्राप्त करने का आरोप लगाया।

मुरलीधरन ने कहा कि वामपंथी सरकार का इतिहास ऐसे फैसले लेने का रहा है जिनसे सरकारी खजाने पर बोझ पड़ता है, जबकि आम लोगों को कोई वास्तविक लाभ नहीं मिलता।

उन्होंने सरकार से करदाताओं के धन के दुरुपयोग से जुड़े फैसलों को वापस लेने का आग्रह किया।

मंत्रिमंडल के फैसले के बाद मुख्यमंत्री विजयन ने कहा था कि नया कार्ड केरल में लोगों को आसानी से अपना जन्म या निवास साबित करने में मदद करेगा।

भाषा

शफीक पवनेश

पवनेश


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