नड्डा ने चिकित्सकों से करुणा और निष्ठा के साथ काम करने का आह्वान किया

नड्डा ने चिकित्सकों से करुणा और निष्ठा के साथ काम करने का आह्वान किया

नड्डा ने चिकित्सकों से करुणा और निष्ठा के साथ काम करने का आह्वान किया
Modified Date: October 25, 2024 / 04:41 pm IST
Published Date: October 25, 2024 4:41 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा ने शुक्रवार को स्वास्थ्य पेशेवरों की ओर से समाज में दिए जाने वाले उल्लेखनीय योगदान पर प्रकाश डाला और नये चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे अपना काम करुणा, ईमानदारी और समर्पण की भावना के साथ करें।

यहां ‘यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज’ (यूसीएमएस) के 53वें स्थापना दिवस और दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए नड्डा ने भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करने और सभी के लिए चिकित्सा सेवाएं सुलभ कराने को लेकर केंद्र की प्रतिबद्धता दोहराई।

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उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आपके प्रयास ‘विकसित भारत’ के हमारे राष्ट्रीय दृष्टिकोण को आकार देने पर केंद्रित होने चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि सरकार प्रत्येक एमबीबीएस छात्र पर 30-35 लाख रुपये खर्च करती है। उन्होंने नये चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे अपने पेशेवर करियर की शुरुआत करते समय अधिक जिम्मेदारियां निभाएं।

नड्डा ने 2017 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति में केंद्र द्वारा किये गये बदलावों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में हाल में हासिल की गई उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला जिनमें 22 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नये मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना तथा एमबीबीएस और एमडी सीट में 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि आदि शामिल हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगले पांच वर्ष में 75,000 और मेडिकल सीट जोड़ने का वादा किया है और हम ऐसा करने जा रहे हैं।’’

समारोह में 146 एमबीबीएस छात्रों, 145 एमडी/एमएस छात्रों, 17 बीएससी (एमटी) रेडियोलॉजी छात्रों और चार एमएससी (आर एंड एमआईटी) छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। इसके साथ ही 62 पुरस्कार भी दिये गये।

इसके अलावा चिकित्सा प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी में चार प्रमाण पत्र प्रदान किये गये।

भाषा

देवेंद्र मनीषा

मनीषा


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