Nana Patekar Support Farmers: किसानों के समर्थन में उतरे नाना पाटेकर, बोले- तय करो किसकी सरकार लानी है…
Nana Patekar support farmers: Nana Patekar in support of farmers: किसान के इस आंदोलन में अब नाना पाटेकर ने भी छलांग लगा दी है। एक्टर ने किसानों को राय दी कि..
Nana Patekar in support of farmers
Nana Patekar support farmers: नई दिल्ली। इन दिनों देश में किसान आंदोलन को लेकर बवाल चल रहा है। किसानों के इस आंदोलन की आग पूरे देश में कोने कोने तक जा पहुंची है। कुछ किसानों के समर्थन में तो कुछ बगावत में आंदोलन कर रहे हैं। वैसे तो पहले भी कई सारे सेलिब्रिटीज इस आंदोलन में शामिल हुए और अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बता दें कि किसान के इस आंदोलन में अब नाना पाटेकर ने भी छलांग लगा दी है। अभिनेता किसानों के पक्ष में मैदान में उतरे और बड़ी बेबाकी से अपनी राय दी है। उन्होंने अपने बयान में फैसला लेते हुए सरकार चुनने की बात कही है। एक्टर ने किसानों को राय दी कि उन्हें अब सरकार से कुछ मांगना नहीं है बल्कि तय करना है कि उन्हें किसकी सरकार चाहिए। चलिए बताते हैं कि क्या है पूरा मामला?
किसानों के पक्ष में आए नाना पाटेकर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बॉलीवुड एक्टर नाना पाटेकर उन लोगों में से एक हैं जो अपनी बात को किसी के भी सामने बड़ी बेबाकी से रखते हैं। अब नाना किसानों का सपोर्ट करते हुए मैदान में कूद पड़े हैं। एक्टर ने किसानों का पक्ष लेते हुए कहा कि जहां पहले 80-90 प्रतिशत किसान थे, वहीं अब इनकी संख्या सिर्फ 50 प्रतिशत ही रह गई है। ऐसे में किसानों को अब ये सरकार के आगे हाथ नहीं फैलाने चाहिए बल्कि तय करना चाहिए की किसकी सरकार लानी है।
मैं राजनीति में नहीं जा सकता
नाना पाटेकर ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि वो राजनीति में नहीं आ सकते, क्योंकि जो उनके पेट में होता है वो अपने आप ही मुंह में आ जाता है। ऐसे में अगर वो कोई पार्टी ज्वाइन करते हैं तो वो उन्हें बाहर निकाल देगी। ऐसे में वो एक महीने में ही सारी पार्टियों को खत्म कर देंगे। उन्होंने कहा कि यहां पर किसान भाई जो हमें दाना पानी देते हैं अपने मन की बात कर सकते हैं, उन्हें सरकार की क्या पड़ी है।
किसान के रूप में जन्म लेना चाहते हैं नाना
Nana Patekar support farmers: नाना पाटेकर ने आगे कहा कि वो अगर वो किसी कारणवश सुसाइड कर भी लें तो अगले जन्म में किसान के रूप में जन्म लेना चाहेंगे। वहीं एक किसान कभी ये नहीं कहेगा की वो किसान के रूप में ही जन्म ले, क्योंकि उनके साथ बहुत अत्याचार हो रहा है। लोग जानवरों की भाषा तो जानते हैं लेकिन उन्हें किसानों की भाषा बोलनी नहीं आती। एक्टर ने किसानों का पूरा समर्थन किया और उनके आत्महत्या करने पर दुख व्यक्त किया। नाना के मुताबिक उन्होंने किसानों को आर्थिक मदद भी दी थी।

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