नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकाने पर वायुसेना के हवाई हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ा तनाव अब भी बरकरार है। भारत ने आम चुनावों के बीच किसी भी स्थिति से निपटने के लिए विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और उसके युद्ध समूह के युद्धपोतों को उत्तरी अरब सागर में लड़ाकू विमान के साथ तैनात कर दिया है। नौसेना के अनुसार यह कदम आतंकी हमले के मद्देनजर लिया गया है। बता दें कि इससे पहले नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने कहा था कि समुद्र के रास्ते आतंकी हमला करने की फिराक में हैं। पाकिस्तान का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि इसके लिए आतंकियों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
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सुनील लांबा ने कहा कि उन्हें ऐसी रिपोर्ट मिली है कि आतंकियों को अलग-अलग तरीकों से प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिसमें समुद्र के रास्ते से भी हमला करना शामिल है। उन्होंने कहा कि भारत को अस्थिर रखने के लिए साजिश रची जा रही है। यही वजह है कि जब देश चुनावी शोर में डूबा होगा तो पाकिस्तान कोई नापाक हरकत कर सकता है। इससे निपटने के लिए नौ सेना पूरी तरह से अलर्ट मोड में है।
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नौसेना प्रमुख ने कहा कि भारत पड़ोसी देश द्वारा प्रायोजित गंभीर आतंकवाद का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में हाल में ही कई देशों में आतंकी गतिविधियां हुई हैं। इस क्षेत्र में कुछ ही देश आतंकवाद से बच पाए हैं। लांबा ने कहा कि जिस तरह से आतंकवाद ने वैश्विक रूप ले लिया है, उससे खतरा और बढ़ गया है। नौसेना की ये तैयारी बताती है कि अब भी सब कुछ सामान्य नहीं है,कोई भी छोटी सी घटना बड़े युध्द का कारण बन सकती है।