‘पिछले वर्ष के मुकाबले इस त्यौहारी मौसम में विशेष रेलगाड़ियों के फेरों में करीब तीन गुना वृद्धि’
'पिछले वर्ष के मुकाबले इस त्यौहारी मौसम में विशेष रेलगाड़ियों के फेरों में करीब तीन गुना वृद्धि'
नयी दिल्ली, 16 नवंबर (भाषा) केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गैर-एसी कोच का विकल्प चुनने वाले यात्रियों के लिए सीटों की कमी की खबरों को खारिज करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले साल की तुलना में इस त्यौहारी मौसम में विशेष रेलगाड़ियों के फेरों की संख्या में लगभग तीन गुना वृद्धि की गई है।
उन्होंने कहा कि इस त्यौहारी मौसम में यात्रियों की भारी संख्या को दखते हुए रेलवे द्वारा एक अक्टूबर से 31 दिसंबर के बीच रेलगाड़ियों के 6,754 अतिरिक्त फेरे संचालित किए जा रहे हैं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 2,614 थी। मंत्री ने बताया कि अब तक रेलगाड़ियों द्वारा 2,423 फेरे लगाए जा चुके हैं और आगामी दिनों में शेष फेरे लगाए जाएंगे।
वैष्णव ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए, ”हर साल हम दिवाली और छठ पर यात्रियों की व्यवस्था के लिए बेहद सुदृढ़ योजना बनाते हैं। हमने त्यौहारी मौसम की शुरुआत से तीन महीने पहले ही रिजर्वेशन और प्रतीक्षा सूची के रुझानों पर नजर रखना शुरू कर दिया था और रेलगाड़ियों के अतिरिक्त फेरों की व्यवस्था करने पर निर्णय लिया।”
रेलवे, योजना प्रक्रिया के दौरान पिछले साल के आंकड़ों को भी ध्यान में रखता है।
उन्होंने कहा कि इन सभी कारकों से पता चला कि इस त्यौहारी मौसम में भारी भीड़ रहेगी और उसके बाद हमने उसी को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाईं। वैष्णव के मुताबिक, त्यौहारी मौसम की शुरुआत से अब तक 36 लाख लोग रेलगाड़ियों से सफर कर चुके हैं और यह संख्या पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुनी है। वैष्णव ने उन खबरों को खारिज कर दिया, जिनमें रेलगाड़ियों में स्लीपर कोचों की कम संख्या के कारण गैर-वातानुकूलित सीट का चयन करने वाले यात्रियों को परेशानी की बात कही गई है।
उन्होंने कहा कि जब से नए लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोच को रेलवे में शामिल किया गया है तब से रेलगाड़ियों में कोचों की एक मानक संरचना है।
वैष्णव ने कहा कि मानक संरचना के मुताबिक एक ट्रेन में आमतौर पर छह से सात स्लीपर कोच, चार सामान्य, एक या शून्य एसी प्रथम श्रेणी, एक या शून्य पेंट्री, एसी टायर2 के दो डिब्बे, एसी टायर3 कोच के छह डिब्बे, एक पावर कार और एक गार्ड कोच होता है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि ट्रेन में मानक कोच संरचना में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
भाषा जितेंद्र पवनेश
पवनेश

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